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छत्तीसगढ़ में कोरोना से हालात हुए बेकाबू, कचरे की गाड़ी में लादे जा रहे हैं संक्रमित शव

छत्तीसगढ़ में कोरोना से हर तरफ कोहराम मचा हुआ है. छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव से एक बेहद ही डरावनी और अमानवीय खबर सामने आई है. यहां कोरोना मरीज के शवों को कचरा वाली गाड़ी में ले जाया जा रहा है.  

Updated on: 15 Apr 2021, 10:06 AM

राजनंदगांव:

देशभर में महामारी कोरोना वायरस से त्राहिमाम मचा हुआ है. हर जगह कोरोना की वजह से हालात बद से बदत्तर होते जा रहे हैं. अस्पतालों में कोरोना मरीज के लिए बेड दवाईयां मिलना मुश्किल हो रहा है. वहीं श्मशान घाटों में लाशों के अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बची. इस समय देश सबसे बुरे दौर में चल रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ में कोरोना से हर तरफ कोहराम मचा हुआ है. छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव से एक बेहद ही डरावनी और अमानवीय खबर सामने आई है. यहां कोरोना मरीज के शवों को कचरा वाली गाड़ी में ले जाया जा रहा है.  

कोरोना के कारण छत्तीसगढ़ में ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि कोरोना के कारण हुई  मौत के शवों को एक वाहन तक नसीब नहीं हो पा रहा है. उन शवों को कचरा फेंकने वाली गाड़ी में रखकर हटाया जा रहा है. 

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स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बुधवार को 14,250 नए कोविड​​-19 मामले सामने आए थे और 120 से अधिक मौतें हुईं थीं, जिससे संक्रमितों की संख्या 4,86,244 हो गई है और मौत का आंकड़ा 5,307 हो गया है. राज्य में पिछले एक महीने में 1.68 लाख से अधिक मामले सामने आए और 1,417 मौतें हुई हैं.

बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने मंगलवार को रेल या हवाई मार्ग से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के कोरोना परीक्षण के संबंध में नया दिशा-निर्देश जारी किया है. इसके मुताबिक, केवल उन्हीं यात्रियों को घर जाने की इजाजत दी जाएगी, जिनके पास आरटी-पीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट होगी.

राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है, जिन यात्रियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव होगी केवल उन्हें ही घर जाने की अनुमति दी जाएगी. जिनके पास नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट नहीं होगी, उनका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा और अगर इसमें नतीजा पॉजिटिव आता है, तो इस स्थिति में उन्हें एक लोकल क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा.

नए नियम के मुताबिक, निर्धारित समयावधि में आरटी-पीसीआर टेस्ट न कराने वाले यात्रियों का रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर ही टेस्ट किया जाएगा. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन, कोविड केयर सेंटर या अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मानकों के अनुरूप रखा जाएगा.

अगर इस परिस्थिति में कोई यात्री अपना कोविड टेस्ट कराने की अनुमति नहीं देता है, तो उन्हें सात दिन तक अपने खर्च पर खुद को क्वारंटाइन में रखना होगा. विभाग ने कहा कि छोटे बच्चों के माता-पिता की सहमति से कोरोना टेस्ट कराए जाने के बारे में निर्देश दिए गए हैं.

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भारत में कोरोना संक्रमण ने विकराल रूप ले लिया है. इस घातक वायरस ने देश में अब तक सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. हालात दिनों दिन बिगड़ रहे हैं. गुरुवार को कोरोना के दैनिक मामलों में जबरदस्त उछाल देखने को मिली है. बीते 24 घंटे में देश में 2 लाख से ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमित नए मरीज सामने आए हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. लगातार 36वें दिन कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. नए केस आने के बाद अब देश में संक्रमित लोगों की संख्या 1,40,74,564 हो गई है.