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झोलाछाप डॉक्टर ने ले ली 13 साल की मासूम की जान, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

कैमूर जिले में झोलाछाप डॉक्टर की वजह से एक 13 वर्षीय किशोरी की जान चली गई. मृत लड़की कुदरा थाना क्षेत्र के कझार गांव की गुलाब बिंदकी 13 वर्षीय पुत्री खुशबू कुमारी बताई जा रही है.

Updated on: 08 Nov 2022, 03:16 PM

Kaimur:

कैमूर जिले में झोलाछाप डॉक्टर की वजह से एक 13 वर्षीय किशोरी की जान चली गई. मृत लड़की कुदरा थाना क्षेत्र के कझार गांव की गुलाब बिंदकी 13 वर्षीय पुत्री खुशबू कुमारी बताई जा रही है. महज एक दिन पहले सोमवार को मृत लड़की को दो बार उल्टी हुआ था, जिसके बाद परिजनों द्वारा उपचार के लिए झोलाछाप डॉक्टर के यहां इलाज के लिए ले गए, जहां उसने बेतहाशा पानी चढ़ा दिया. जिससे उसकी छाती जाम होता चला गया, जिससे सांस नहीं ले पा रही थी. उसके बाद उसे उपचार के लिए आज मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरा लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने वैसे झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का मांग किया है.

परिजन अस्पताल से डेड बॉडी लेकर अपने साथ चले गए. परिजनों के अनुसार लड़की को सोमवार को दो बार उल्टी हुआ था, जिसके बाद गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर को दिखाया गया था. उसने बोला कि पानी चढ़ाना पड़ेगा सब ठीक हो जाएगा. फिर वह गांव में ही अपने दुकान पर पानी चढ़ाने लगा, जिसके बाद तबीयत सही होने की जगह पर और खराब होती चली गई. लड़की पानी की उल्टियां करने लगी, जिसके बाद हम लोग उपचार के लिए आज मंगलवार को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरा लाये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरा में तैनात चिकित्सक साहिल राज बताते हैं कि लड़की सरकारी अस्पताल में मृत अवस्था में ला गई थी. परिजनों द्वारा बताया जा रहा था कि कल सोमवार को 2 बार इसे उल्टी हुआ था, जिस कारण गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर के यहां ले गए. जहां उसने 4 घंटे में पानी की 6 बोतल चढ़ा दिया था. जब यहां पर हमने देखा तो उसका पूरा शरीर पानी ज्यादा चढ़ाने की वजह से फुल गया था और उसका छाती जाम हो गया था जिससे उसकी मौत हो गई.

यह अस्पताल परिसर में भी सिर्फ वह पानी की उल्टियां कर रही थी. झोलाछाप डॉक्टर की गलतियों की वजह से इस नाबालिग की जान गई है. उन्होंने आम लोगों से अपील भी किया, अगर कहीं भी कोई परेशानी हो तो तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाएं झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने से बचें. अगर इस लड़की को पहले लाया जाता तो इसे बचाया जा सकता था.