Patna News: पटना मेट्रो परियोजना में कार्य अब रफ्तार पकड़ चुका है. जुलाई माह के अंत तक पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर दो से तीन बार ट्रायल रन किया जाएगा. इसकी जानकारी बिहार सरकार के नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश मिश्रा ने रविवार को दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पटना को मेट्रो से युक्त स्मार्ट शहर बनाने की दिशा में तेज़ी से काम कर रही है.
मंत्री ने बताया कि मेट्रो की बोगियां पटना पहुंच चुकी हैं और ट्रायल रन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. सभी ट्रायल रन आधुनिक सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर किए जाएंगे. यदि सभी परीक्षण सफल रहते हैं तो मेट्रो परियोजना के अगले चरण की ओर कदम बढ़ाया जाएगा.
पांच स्टेशन होंगे शामिल
इस ट्रायल रन को पटना मेट्रो के ब्लू लाइन (कॉरिडोर-2) के हिस्से के रूप में अंजाम दिया जाएगा. यह 6.5 किलोमीटर लंबा प्रायोरिटी कॉरिडोर मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी (पाटलिपुत्र बस टर्मिनल) तक फैला है. इसमें कुल पांच स्टेशन शामिल हैं – मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू आईएसबीटी.
मंत्री मिश्रा ने बताया कि इस कॉरिडोर पर 15 अगस्त 2025 से मेट्रो सेवा शुरू करने की योजना है. ट्रायल रन के दौरान सभी तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं की गहनता से जांच की जाएगी ताकि यात्रियों को सुरक्षित और बेहतर यात्रा अनुभव मिल सके.
परियोजना से मिलेगी गति और रोजगार
पटना मेट्रो परियोजना से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में व्यापक सुधार होने की उम्मीद है. खासकर उन इलाकों में, जहां आए दिन भारी भीड़ और जाम की स्थिति बनी रहती है. मेट्रो सेवा चालू होने से आम जनता को बेहतर, तेज और सुलभ यातायात का विकल्प मिलेगा.
इसके साथ ही यह परियोजना रोजगार सृजन का भी एक बड़ा माध्यम बन रही है. निर्माण कार्य में बड़ी संख्या में श्रमिक, इंजीनियर और तकनीकी विशेषज्ञों को काम मिल रहा है.
नगर विकास मंत्री ने भरोसा दिलाया कि मेट्रो परियोजना को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाएगा और इसे विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस बनाया जाएगा. पटना मेट्रो न सिर्फ राजधानी के विकास की रफ्तार बढ़ाएगी, बल्कि यह आने वाले समय में बिहार के स्मार्ट सिटी मॉडल की पहचान भी बनेगी.
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