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बिहार विधानसभा में धक्कामुक्की, कुछ विधायकों को लगी चोट

पटना में राजद के बवाल और प्रदर्शन के बाद तेजस्वी और तेजप्रताप यादव समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. दोनों भाईयों को पटना के गांधी मैदान थाना ले जाया गया है.

Updated on: 23 Mar 2021, 06:15 PM

highlights

  • बिहार विधानसभा में पुलिस बिल पर चर्चा के दौरान विधायकों और सुरक्षाबलों में हाथापाई
  • बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर राजग, महागठबंधन आमने-सामने
  • संख्या बल को देखा जाए तो राजग के उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है

 

पटना:

बिहार विधानसभा में मुख़्य विपक्षी दल राजद ने बिहार विशेष सशस्त्र विधेयक 2021 का जमकर विरोध किया. सदन के अंदर हंगामा और फिर राजद के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष के बाहर प्रदर्शन करने लगे.अध्यक्ष कमरे के बाहर नही निकल पा रहे थे.विधानसभा मार्शल जब इन्हें नही हटा पाए तो बिहार पुलिस और बी एम के जवानों को बुलाया गया.इन्हें निकलने के क्रम में कुछ विधायकों को चोट भी आई. बता दें कि बिहार विधानसभा में भारी हंगामा चल रहा है. बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधयेक पर चर्चा के दौरान ये बवाल हुआ है.

विधायकों को बलपूर्वक हटाने के दौरान विधायकों और सुरक्षा बलों में जमकर हाथापाई हुई है. बताया जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर हाथापाई और मारपीट की नौबत आई. सदन में प्रस्ताव पास कराने के दौरान अध्यक्ष की कुर्सी तक विपक्ष के विधायक पहुंच गए और अध्यक्ष के हाथ से विधेयक खींचने की कोशिश की. मंगलवार को बिहार विधानसभा में भारी हंगामे के बीच बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधयेक पेश हुआ.

इस पर विपक्ष की ओर से जमकर का हंगामा किया, जिसके बाद नौबत धक्का-मुक्की तक पहुंच गई. इस दौरान नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारों भी लगे, जिसके बाद सदन स्थगित कर दिया गया. 

दरअसल, बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष पद को लेकर सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी दलों का महागठबंधन एकबार फिर आमने-सामने आ गए हैं. विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए दोनों ओर से उम्मीदवार उतार दिए गए हैं. राजग की ओर से उपाध्यक्ष पद के लिए जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री महेश्वर हजारी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, वहीं महागठबंधन की ओर से राजद विधायक भूदेव चौधरी की ओर से नामांकन का पर्चा भरा गया.

संख्या बल को देखा जाए तो राजग के उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है, लेकिन विपक्ष किसी भी हाल में सत पक्ष को 'वाकओवर' देने के मूड में नहीं है. इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भी दोनों गठबंधन आमने-सामने आ गए थे. चुनाव में भाजपा के विजय कुमार सिन्हा विजयी हुए थे. उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के लिए सोमवार की शाम विधानसभा सचिव राजकुमार सिंह ने अधिसूचना जारी की है. अध्यक्ष भाजपा के कोटे का है इसलिए पहले से ही तय माना जा रहा था कि उपाध्यक्ष जदयू कोटे का होगा.