नीतीश कुमार के मंत्री ने माना, रोजगार के लिए बिहार से मजदूर फिर कर रहे हैं पलायन
कोरोना दौर में लॉकडाउन से रोजी रोटी का बंदोबस्त न होने पर बीते दिनों शहरों से मजदूर अपने घरों को लौटे थे. लेकिन अब एक बार फिर गांवों से मजदूरों का शहरों के लिए पलायन शुरू हो गया है.
पटना:
कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के दौर में लॉकडाउन से रोजी रोटी का बंदोबस्त न होने पर बीते दिनों शहरों से मजदूर अपने-अपने घरों की ओर लौट आए थे. लेकिन अब अनलॉक के बाद एक बार फिर गांवों से मजदूरों का शहरों के लिए पलायन शुरू हो गया है. बिहार (Bihar) से मजदूर दूसरे राज्यों के लिए फिर पलायन करने लगे हैं. राज्य के कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने खुद इस बात को माना है. उनका कहना है कि रोजगार की तलाश में फिर से राज्य के लोग बिहार के बाहर जा रहे हैं.
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बिहार के कृषि मंत्री डॉक्टर प्रेम कुमार बुधवार को कैमूर पहुंचे. यहां उन्होंने पत्रकारों से वार्ता के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया. मजदूरों के इस आफत की घड़ी में हो रहे पलायन के बारे में पूछने पर उन्होंने ने कहा कि बड़े शहरों की फैक्ट्रियां बिहारी मजदूरों के ऊपर ही निर्भर है, इसलिए स्वेछा से लोग जा रहे हैं. जो मजदूर लॉकडाउन की अवधि में पैदल चलकर या ट्रकों से अपनी जिंदगी बचाने के लिए घर आ गए थे, वह फिर रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं. मंत्री ने खुद कहा कि कुछ मजदूर बिहार से बाहर रोजगार की तलाश में जा रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि जो लोग यहां रुके हैं, उनको हम लोग स्किल मैपिंग करा कर रोजगार देंगे.
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कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि हमारी सरकार ने उनको लाने का भी काम किया है. जो लोग बाहर से आए हैं उनको अनाज भी देंगे, पैसे भी देंगे. सारी सुविधाएं मिलेंगी. बाहर से आए लोग प्रवासी नहीं हैं, हमारे परिवार के ही लोग हैं. उन्होंने विपक्ष को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद के गलत नीतियों के कारण बाहर गए थे, जो 40 लाख लोग की संख्या है बाहर जाने वालों की. जब वह बाहर गए थे, तब बिहार में जंगल राज था और अपहरण शुरू हो गया था, जिस कारण लोग रोजी-रोटी की तलाश में पलायन कर गए थे.
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प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार आए हुए भाई-बहनों को बाहर नहीं जाने देंगे. उसकी योजना हमने बनाई है. सभी जिलों के डीएम को आदेश दिया गया है. सबका स्किल मैपिंग शुरू हो गया है. बड़ी इंडस्ट्री लगाने में समय लगेगा, तब तक हम लोग यहां उनको गाय पालन, बकरी पालन और मुर्गा पालन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा. सभी जिले के आत्मा के अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि सभी लोगों का जिला वाइज ट्रेनिंग कराया जाएगा. बैंक से हमारी सरकार बात कर रही है. उनको बैंक से मदद कर पशुपालन में रोजगार दिया जाएगा.
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