बिहार में एनडीए की बड़ी जीत के बाद नई सरकार के गठन की तैयारियां तेज हो गई हैं. पटना का गांधी मैदान शपथ ग्रहण समारोह के लिए सजाया जा रहा है और 20 नवंबर तक सुरक्षा कारणों से आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है.
Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की बंपर जीत के बाद अब नई सरकार बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है. शपथ ग्रहण समारोह को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है. इसी बीच पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान भी पूरी तरह समारोह के लिए तैयार किया जा रहा है. ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 20 नवंबर तक आम लोगों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है, ताकि कार्यक्रम के दौरान कोई अव्यवस्था न हो.
गांधी मैदान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
गांधी मैदान को शपथ ग्रहण स्थल के रूप में चुना गया है और यहां फिलहाल चारों तरफ से सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया है. माना जा रहा है कि 20 नवंबर को होने वाले इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी हो सकती है. बड़े स्तर पर होने वाले आयोजन को देखते हुए प्रशासन किसी भी तरह की चूक नहीं छोड़ना चाहता. इसी कारण मैदान और आसपास के क्षेत्रों में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है.
गांधी मैदान का गौरवशाली इतिहास
पटना का गांधी मैदान सिर्फ एक मैदान नहीं, बल्कि बिहार के इतिहास और परिवर्तन का साक्षी रहा है. आजादी की लड़ाई से लेकर सामाजिक आंदोलनों तक, कई अहम मौकों पर इस मैदान ने जनता के जोश और एकता को देखा है. इतिहासकार बताते हैं कि 5 मार्च 1947 को महात्मा गांधी ने यहां प्रार्थना सभा की थी. इसके बाद 15 अगस्त 1947 को आजादी मिलने पर पहली बार इसी मैदान में तिरंगा फहराया गया था.
आपको बता दें कि शुरुआती दौर में इस मैदान को बांकीपुर लॉन के नाम से जाना जाता था. ब्रिटिश हुकूमत के समय अंग्रेज अधिकारी यहां घुड़सवारी करने आते थे. समय के साथ यह मैदान राजनीतिक, सामाजिक और ऐतिहासिक आयोजनों का केंद्र बन गया.
नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ गांधी मैदान एक बार फिर ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने जा रहा है.
यह भी पढ़ें- नीतीश कुमार ही होंगे बिहार के अगले मुख्यमंत्री, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने की पुष्टि
यह भी पढ़ें- Nitish Kumar: 19 नवंबर को पद से इस्तीफा देंगे सीएम नीतीश कुमार, बुधवार को भंग होगी विधानसभा
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us