/newsnation/media/media_files/2025/09/27/munger-flood-2025-09-27-15-30-27.jpg)
सांकेतिक तस्वीर Photograph: (Social)
Bihar News: बिहार के मुंगेर जिले में बाढ़ का संकट अब भी खत्म नहीं हुआ है. हवेली खड़गपुर प्रखंड की तेलियाडीह पंचायत स्थित कृष्णा नगर गांव के लोग पिछले तीन महीनों से पानी में घिरे हुए हैं. लगातार जलजमाव ने गांव को ‘जलकैदखाना’ बना दिया है.
छतों और सड़कों पर शरण लेने को मजबूर
गांव के जिन परिवारों के पास पक्के दो मंजिला मकान हैं, उन्होंने अपनी छतों को ही शरणस्थली बना लिया है. वहीं कच्चे या छोटे घर वालों को मजबूरी में सड़कों पर पॉलिथीन टांगकर दिन काटने पड़ रहे हैं. लगभग 500 की आबादी वाले इस गांव के लोग भारी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं.
सिर्फ 7000 रुपए और 8 दिन का राशन
ग्रामीणों ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मदद के नाम पर केवल 7000 रुपए और आठ दिन का भोजन दिया गया. वह भी कई बार घूस लिए बिना नहीं मिलता. लोगों का कहना है कि यदि इलाके में सही विकास कार्य हुए होते तो आज उन्हें इस तरह जिंदगी नहीं गुजारनी पड़ती.
5000 से अधिक परिवार प्रभावित
यह स्थिति केवल कृष्णा नगर गांव तक सीमित नहीं है. मुंगेर सदर प्रखंड के दियारा क्षेत्र, बरियारपुर और जमालपुर प्रखंड की कई पंचायतों में भी अब तक बाढ़ का पानी भरा हुआ है. यहां 5000 से अधिक परिवार अपने घर छोड़कर ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं.
यह भी पढ़ें: Bihar Elections: बिहार चुनाव में प्रियंका गांधी की एंट्री, चुनावी सभा से इन जातियों को साधने की करेंगी कोशिश
बीमारी और हादसों का खतरा
तीन महीने से सड़कों पर रहने के कारण लोगों को धूल और गंदगी झेलनी पड़ रही है. इससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. कई मवेशी भी सड़क हादसों का शिकार हो चुके हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जब पूरे देश में दुर्गा पूजा की धूम है, तब वे पानी में डूबे घरों की बदहाली झेल रहे हैं.
यह भी पढ़ें: Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले लालू परिवार में छिड़ा घमासान
यह भी पढ़ें: Bihar Elections 2025: बिहार में चिराग पासवान का अलग संकल्प पत्र जारी करने का ऐलान