Bihar Elections 2025: चिराग पासवान ने तय किया है कि उनकी पार्टी इस चुनाव में जनता के नाम अलग से संकल्प पत्र जारी करेगी. इसके लिए उन्होंने पांच सदस्यीय ड्राफ्टिंग कमेटी गठित की है.
Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही अभी न हुआ हो, लेकिन राज्य की सियासत पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुकी है. सभी राजनीतिक दलों में उम्मीदवार चयन और सीट शेयरिंग को लेकर माथापच्ची तेज हो गई है. खासकर एनडीए में सहयोगियों के बीच खींचतान खुलकर सामने आ रही है.
करीब 40 सीटों की रखी मांग
सूत्रों के मुताबिक, एलजेपी (रामविलास) प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस बार करीब 40 सीटों की मांग की है. वहीं, एनडीए की ओर से अभी सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है. लेकिन इससे पहले चिराग पासवान ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है, जो एनडीए की मुश्किलें बढ़ा सकता है.
चिराग पासवान ने तय किया है कि उनकी पार्टी इस चुनाव में जनता के नाम अलग से संकल्प पत्र जारी करेगी. इसके लिए उन्होंने पांच सदस्यीय ड्राफ्टिंग कमेटी गठित की है. पार्टी सूत्रों ने बताया कि संकल्प पत्र का आधार "नया बिहार, युवा बिहार, विकसित बिहार" विज़न होगा.
क्या कहते हैं दस्तावेज
इस दस्तावेज में युवाओं के लिए बेहतर शिक्षा और रोजगार, महिलाओं की संपूर्ण शिक्षा और नौकरी की गारंटी, हर जिले में फूड प्रोसेसिंग यूनिट, समान काम के बदले समान वेतन और निजी स्कूलों में गरीब छात्रों के लिए सीट आरक्षित करने जैसे वादे शामिल होंगे. साथ ही उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम और तय समय सीमा नियम को सख्ती से लागू करने का भी वादा होगा.
विशेषज्ञों का है ये अनुमान
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि चिराग पासवान यह सब दबाव की राजनीति (प्रेशर पॉलिटिक्स) के तहत कर रहे हैं, ताकि एनडीए में उन्हें अधिक सीटें मिल सकें. बीते लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने 100% स्ट्राइक रेट हासिल किया था, इसी प्रदर्शन के आधार पर वह इस बार विधानसभा चुनाव में ज्यादा हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं.
चिराग को मांग से पीछे हटना पड़ा
हालांकि, सूत्रों की मानें तो सीटों का बंटवारा पिछली विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही हो सकता है, जिससे चिराग को अपनी मांग से पीछे हटना पड़े. बावजूद इसके, उन्होंने साफ कर दिया है कि उन्हें गठबंधन में सम्मानजनक सीटें चाहिए और वह समझौते के मूड में नहीं हैं.