Jehanabad Cyber Fraud: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम किसान सम्मान निधि योजना 2025 के नाम पर साइबर ठगों ने एक नया फर्जीवाड़ा शुरू कर दिया है. इस बार ठगी का तरीका और भी खतरनाक है क्योंकि इसमें एक बार लिंक पर क्लिक करते ही आपका पूरा मोबाइल साइबर अपराधियों के कब्जे में चला जाता है.
ऐसे बनाया शिकार
ताजा मामला बिहार के जहानाबाद से है. यहां मखदुमपुर थाना क्षेत्र के खसखोरी गांव में प्रकाश कुमार नाम के एक व्यक्ति के मोबाइल पर पीएम किसान योजना से जुड़ा एक लिंक भेजा गया. जैसे ही उन्होंने इस लिंक पर क्लिक किया, उनका मोबाइल हैक हो गया. इतना ही नहीं, मोबाइल में मौजूद सभी नंबरों पर भी वही लिंक भेज दिया गया.
इस तरह के लिंक पर क्लिक करने वाले कई लोगों के मोबाइल फोन हैक हो गए और काम करना बंद कर दिया. लोगों ने तुरंत साइबर सेल की हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई और स्थानीय साइबर थाने में भी आवेदन दिया.
कैसे होता है मोबाइल हैक?
इस मामले में जांच कर रही साइबर डीएसपी रेणु कुमारी ने मीडिया को बताया कि फर्जी एपीके फाइल के जरिए मोबाइल में एक बैकडोर मालवेयर इंस्टॉल हो जाता है. यह मालवेयर अपराधियों को मोबाइल का पूरा कंट्रोल दे देता है. इससे वे स्क्रीन रिकॉर्डिंग, ओटीपी, बैंकिंग ऐप्स और निजी जानकारी चुरा लेते हैं और बैंक खातों से पैसे निकाल लेते हैं.
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ये है साइबर पुलिस की सलाह
साइबर डीएसपी ने लोगों को सतर्क करते हुए स्पष्ट कहा है कि किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें. ऐप डाउनलोड करने के लिए सिर्फ गूगल प्ले स्टोर का ही उपयोग करें. पीएम किसान योजना या किसी भी सरकारी योजना से जुड़ी जानकारी केवल सरकारी वेबसाइटों और विश्वसनीय स्रोतों से ही लें.
साइबर पुलिस ने एक परामर्श जारी करते हुए बताया है कि किसान योजना के नाम पर फर्जी एपीके फाइल सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और अन्य प्लेटफॉर्म्स के जरिए तेजी से फैलाई जा रही है. इससे बचना बेहद जरूरी है.
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