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बिहार चुनाव 2020: नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने जारी किया घोषणापत्र

बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है.

Updated on: 22 Oct 2020, 04:47 PM

पटना:

बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. जदयू ने अपने घोषणा पत्र को 'पूरे होते वादे-अब हैं नये इरादे' नारे साथ जारी किया है. इसे '7 निश्चय पार्ट-2' नाम दिया है, जिसमें जदयू ने 7 बड़े वादे किए हैं. इस दौरान जदयू नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि पहला 7 निश्चय पूर्ण हो चुका है और अब 7 निश्चय-2 की बारी है. नीतीश कुमार का संदेश भी जनता के लिए यही है. 

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जदयू के घोषणापत्र के '7 निश्चय'

  • युवा शक्ति बिहार की प्रगति
  • सशक्त महिला, सक्षम महिला
  • हर खेत में सिचाई का पानी
  • स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव
  • स्वच्छ शहर-विकसित शहर
  • सुलभ संपर्कता
  • सबके लिए स्वास्थ्य सुविधा

वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा, 'झूठे घोषणा पत्र का प्रचार करके ये लोग जनता को बहका रहे हैं, उनको बरगला रहे हैं. इन्हें न काम की कोई जानकारी, न वित्तीय कार्यों की, न जनता के प्रति दायित्व. कुछ भी नहीं आता है इनको. ये राज करना चाहते हैं ज़िम्मेदारी के साथ शासन करना इनको आता ही नहीं है.' उन्होंने कहा कि राजधर्म होता है, सामाजिक दायित्व को निभाना व उसे बनाये रखना और समाज को देखते हुए राज्य के खजाने के बारे में सोचना. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से राज्य के खजाने पर असर हुआ न हुआ हो, लेकिन समाज में निश्चित ही हुआ है. वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि 15 वर्षों में क्या परिवर्तन हुआ है जनता ने देखा है, जानती है.

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नीतीश के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, 'ये बोल रहे हैं कि हम 10 लाख नौकरियां देंगे. हमारा कहना है कि हम बिहार को सक्षम और स्वावलंबी बनाएंगे. युवाओं को इतना सक्षम बनाएंगे कि वे अपने साथ दूसरों को भी रोजगार दे सकें.' उन्होंने कहा, 'यहां के नौजवानों को बेवकूफ बनाकर उन्हें बरगला कर ये गद्दी अपनाना चाहते हैं. जो प्लान इन लोगों ने बनाया है उसके लिए पांच लाख करोड़ का बजट चाहिए, उनको यह बताना चाहिए की ये पैसा इतना राजस्व कहां से लाएंगे?'

इस मौके पर अजय आलोक ने कहा, 'ये जो हमारे युवराज है, इनको यहां पर कांग्रेस ने थोपा है ठीक उसी तरह जिस तरह से 1990 में बिहार को इन्होंने लालू को सौंप दिया था और 2004 में समस्त भारत को अपने युवराज को और अब ये लोग लालू के अनपढ़ लालों को बिहार पर थोपना चाहते हैं.' अजय आलोक ने कहा, 'बाकी सबकी जमीन लिखवाई सांसद, मंत्री, विधायक बनाने के लिए, यहां तक की अपने चाचा को भी नहीं छोड़ा. मंगरु यादव की भी जमीन हड़प ली, इसलिए युवाओं से एक ही बात कहना है जब भी ये रोजगार का झूठा वादा करें, इनसे बस ये सवाल कीजिये मंगरु यादव की ज़मीन कब लौटाइयेगा?' उन्होंने कहा, 'ये बिहार में 10 लाख मंगरुआ खोज रहे हैं. इनसे युवाओं को बस एक ही सवाल करना है मंगरुआ के जमीन कब लौटा रहे हैं?'