logo-image

बक्सर लाठी चार्ज मामला: सुशील मोदी ने CM पर कसा तंज, कहा-'लाठीमार सरकार है, बिहार में नीतीसे कुमार हैं'

सुशील कुमार मोदी ने पटना में सचिवालय सहायक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज और अब बक्सर में किसान परिवार की महिलाओं के घर में घुस कर पिटाई करने की पुलिस बर्बरता की निंदा करते हुए कहा कि अब  

Updated on: 12 Jan 2023, 11:04 AM

highlights

  • सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार पर कसा तंज
  • बक्सर में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर बोला हमला

Patna:

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने पटना में सचिवालय सहायक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज और अब बक्सर में किसान परिवार की महिलाओं के घर में घुस कर पिटाई करने की पुलिस बर्बरता की निंदा करते हुए कहा कि अब  "लाठीमार सरकार है,  बिहार में नीतीसे  कुमार हैं." अब नीतीश कुमार उन लोगों के साथ हैं, जो लाठी में तेल पिलाने की अपील करते थे. उनकी भाषा और शासन शैली, दोनों लट्ठमार हो गई है.

सुशील मोदी ने आगे कहा कि सीएम को पटना में लाठीचार्ज की जानकारी नहीं थी और डिप्टी सीएम बक्सर की घटना से अनभिज्ञ बता रहे हैं. बक्सर के किसानों की यह मांग जायज है कि चौसा में बनने वाले बिजली घर के लिए  जमीन का मुआवजा 2013-14 की बाजार दर के बजाय वर्तमान दर पर दिया जाए. उन्होंने कहा कि किसान पिछले तीन महीनों से  अपनी मुआवजा संबंधी मांग के समाधान के लिए आंदोलन कर रहे थे, लेकिन वास्तविक समाधान करने के बजाय मुख्यमंत्री  फर्जी "समाधान यात्रा" पर निकल गए.

ये भी पढ़ें-समाधान यात्रा: अब RJD नेता शिवानंद तिवारी ने उठाये सवाल, कहा-'कुछ चुनिंदा जगहों पर जाते हैं CM नीतीश'

मोदी ने कहा कि जब सरकार की संवेदनहीनता पर किसानों का गुस्सा फूटा, तो आंदोलनकारियों से झड़प हुई. क्या इतनी-सी बात पर पुलिस को सर्दी की रात में महिलाओं पर हमला करना चाहिए था? वे क्या अपराधी या नक्सली थीं? क्या ललन सिंह इस बर्बरता को भी जायज ठहरायेंगे? उन्होंने कहा कि किसानों को अब संयम और शांति से काम लेना चाहिए . हिंसा-आक्रोश से किसी समस्या का समाधान नहीं होता. सरकार को भी तुरंत किसानों से बात करनी चाहिए.

ये भी पढ़ें-सांसद अजय मंडल का विवादित बयान, कहा-'जब देश में आतंकी घुस सकते हैं तो बिहार में शराब तस्कर क्यों नहीं?'

बता दें कि मंगलवार रात बक्सर में पुलिसकर्मियों द्वारा आंदोलनरत किसानों के घरों में घुसकर उन्हें मारा-पीटा गया था. इतना ही नहीं इस दौरान पुलिस द्वारा किसानों के घर में मौजूद महिलाओं बच्चों को भी मारा पीटा गया था और चार किसानों को गिरफ्तार भी किया था. हालांकि, इस मामले में स्थानीय थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया और अन्य पुलिकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.