/newsnation/media/post_attachments/images/2021/10/02/bihar-20.jpg)
Tej Pratap Yadav( Photo Credit : News Nation)
लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अब सार्वजनिक मंच से मोर्चा खोलना शुरू कर दिया है. अपने नए संगठन के कार्यक्रम में तेज ने कहा कि बिहार की जनता भी सुन ले इस बात को संगठन बढ़ेगा नहीं टूट जाएगा. हमारे पिताजी अस्वस्थ चल रहे हैं हम कोई प्रेशर नहीं देना चाहते हैं किसी भी तरह का. कुछ लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख लिए आरजेडी में, आरजेडी में कुछ लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख लिए है चार पांच लोग हैं. वह सब जानते है नाम लेने का कोई फायदा नहीं है. पिता जी को जेल से आए हुए महीनों से ज्यादा हो गया उनको वहीं रोक कर रखा है. हमने उनसे बात किया की हमारे साथ पटना चलिए, हम साथ में रहेंगे.
My father(Lalu Prasad Yadav) is unwell. There are 4-5 people in party who've seen dream of becoming Rashtriya Janata Dal's national chief. Don't need to name them as it's known to everyone. He was released nearly yr ago from jail but is held hostage in Delhi: Tej Pratap Yadav,RJD pic.twitter.com/VAGW3M9PmQ
— ANI (@ANI) October 2, 2021
यह खबर भी पढ़ें- कैप्टन का कांग्रेस पर हमला- आखिर सिद्धू को मनमानी चलाने की इजाजत क्यों?
उन्होंने कहा कि आप आइए देखिए संगठन में, वह रहते थे तो दरबार खुला रहता था, दरवाजा खोल करके आउट हाउस में बैठा करते थे और जनता से सामने मिलते थे. यह चार पांच लोगों ने क्या किया जनता से मिलने के लिए रस्सा बंधवा दिया ताकि जनता दूर रहे, भाई वाह जी वाह! हमारे पिता को नहीं आने दे रहा, बंधक बनाकर रखा है दिल्ली में, बिहार नहीं आने दे रहे. जद यू के एमएलसी और प्रवक्ता नीरज कुमार ने साधा निशाना उन्होंने कहा कि ये लालू जी के परिवार में क्या हो रहा है,किसने उन्हें बंधक बना लिया है. तेजस्वी ही ज्यादा दिल्ली प्रवास करते हैं. ये गलत हो रहा है.
यह खबर भी पढ़ें- हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर का बयान- बताया कब से शुरू होगी धान खरीद
आपको बता दें कि इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पटना में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में राजद नेता तेजप्रताप यादव के नहीं आने तथा राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा शिविर में तेजस्वी यादव की प्रशंसा करने और तेजप्रताप के नाम नहीं लेने के बाद राज्य की सियासत में यह कयास लगाए जाने लगे कि तेजप्रताप अपनी ही पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं. हालांकि राजद का कोई भी नेता इस मामले में खुलकर बोलने को तैयार नहीं हुआ.
Source : News Nation Bureau