Bihar Politics: बिहार में ज्यों-ज्यों चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक पारा भी तेजी से चढ़ रहा है. यहां राज्य में दल-बदल का सिलसिला अब खुलकर सामने आ रहा है. खासकर जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के भीतर बड़ी फूट देखने को मिल रही है. नवादा जिले में जेडीयू को बड़ा झटका देते हुए कई वरिष्ठ नेता आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) में शामिल हो गए हैं.
हजारों समर्थकों के साथ थामा आरजेडी का दामन
नवादा जिला मुख्यालय स्थित आईटीआई मैदान में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जनसभा के दौरान एक भव्य मिलन समारोह का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में जेडीयू के दो पूर्व विधायक कौशल यादव और पूर्णिमा यादव के साथ पूर्व एमएलसी सलमान रागीव ने अपने हजारों समर्थकों के साथआरजेडी का दामन थाम लिया.
ये सभी नेता अब तक जेडीयू की रीढ़ माने जाते थे. खास बात यह है कि कौशल यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे हैं और नवादा में उनका जबरदस्त जनाधार है. उनके आरजेडी में शामिल होने को चुनावी समीकरणों में बड़ा बदलाव माना जा रहा है.
मौके पर आया तेजस्वी का बयान
तेजस्वी यादव ने इस मौके पर कहा कि जेडीयू अब जनता से कट चुकी है और जनभावनाओं का सम्मान नहीं कर रही. उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है और आरजेडी उस भरोसे को निभाने के लिए तैयार है.
वहीं दूसरी ओर, राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में महागठबंधन ने बिहार बंद का ऐलान किया. इस विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पटना में सड़कों पर उतर आए. उन्होंने आयकर गोलंबरसे मार्च की अगुवाई की और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए.
गरीबों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि बड़े पैमाने पर गरीबों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए जा रहे हैं. उन्होंने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया और कहा कि चुनाव आयोग अब एक राजनीतिक पार्टी का एजेंडा चला रहा है. राहुल गांधी ने भी चुनाव आयोग को भाजपा का सहयोगी बताया और चेतावनी दी कि बिहार में चुनावी धांधली बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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