बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में यूजीसी की गाइड लाइन के अनुसार 4-वर्ष के डिग्री कोर्स को सिमेस्टर सिस्टम के साथ लागू करने की कुलाधिपति-सह-राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की पहल में राज्य सरकार बेवजह अड़ंगेबाजी कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि 4 वर्षीय डिग्री कोर्स लागू करने के लिए महामहिम आर्लेकर ने विगत कुछ महीनों के दौरान कुलपतियों के साथ आधा दर्जन से अधिक बैठकें कर तैयारी की और तत्संबंधी आर्डिनेंस एंड स्टैट्यूट्स को स्वीकृति देने का निर्णय किया.
सुशील मोदी ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय के कुलपति ने नया पाठ्यक्रम और सिमेस्टर प्रणाली लागू करने का विरोध नहीं किया , बल्कि अधिकतर विश्वविद्यालयों की अकादमिक काउंसिल ने इस प्रस्ताव को पारित भी कर दिया.
सुशील मोदी ने आगे कहा कि पटना विश्वविद्यालय में 4-वर्षीय डिग्री कोर्स के लिए एडमिशन प्रोसेस शुरू हो चुका है. उन्होंने कहा कि इस विषय में कुलाधिपति के 15 मई के पत्र के महीने-भर बाद शिक्षा विभाग के नये प्रधान सचिव ने राजभवन को पत्र लिख कर 4-साल का डिग्री कोर्स लागू करने के निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह कर नये शैक्षणिक सत्र से पहले भ्रम की स्थिति पैदा कर दी.
उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की कमी, अकादमिक सत्र का विलम्ब से चलना और आधारभूत संरचना की कमी बता कर राजभवन की पहल का समर्थन नहीं करने की बात कही है. सुशील मोदी ने कहा कि शिक्षा विभाग अनावश्यक विवाद कर शैक्षणिक माहौल बिगाड़ रहा है.
HIGHLIGHTS
- सुशील मोदी का नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप
- 4 वर्षीय डिग्री कोर्स लागू करने में बाधक बन रही नीतीश सरकार
- राज्यपाल की पहल का विरोध कर रही है विरोध सरकार
Source : News State Bihar Jharkhand