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अमौर विधानसभा क्षेत्र का जानिए इतिहास, किसका है मौजूदा कब्जा

अमौर विधानसभा क्षेत्र में 5 नवंबर 2015 को अंतिम चरण में मतदान हुआ. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अब्दुल जलील मस्तान ने 51,997 मतों के अंतर से चुनाव जीता. उनके पक्ष में कुल वोट 1,00,135 पड़े थे. बीजेपी की उपविजेता सबा ज़फ़र को 48,138 वोट मिले.

Updated on: 04 Nov 2020, 12:56 PM

पटना:

बिहार की विधान सभा का आम चुनाव 5 चरणों में हुआ था. अमौर विधानसभा क्षेत्र में 5 नवंबर 2015 को अंतिम चरण में मतदान हुआ. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अब्दुल जलील मस्तान ने 51,997 मतों के अंतर से चुनाव जीता. उनके पक्ष में कुल वोट 1,00,135 पड़े थे. भारतीय जनता पार्टी की उपविजेता सबा ज़फ़र को 48,138 वोट मिले. अमौर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए एक महिला उम्मीदवार समेत कुल 14 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया था. उन 14 में से एक उम्मीदवार ने उम्मीदवारी से अपना नाम वापस ले लिया था. 13 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा. जिसमें महिला उम्मीदवार भी शामिल थीं. 13 उम्मीदवारों में से 11 उम्मीदवारों की जमा राशि जब्त की गई थी.

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कुल मतदाता- 2,80,910
पुरुष- 1,49,626
महिला- 1,31,274
275 मतदान केंद्रों पर 1,69,281 मतदाता ने वोट डाले

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बता दें कि 1977 में अमौर विधानसभा सीट अस्तिव आई. तब से लेकर अब तक 10 विधायक चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंच चुके हैं. 2010 के राज्य विधानसभा चुनावों में बीजेपी की सबा ज़फ़र ने अमौर विधानसभा सीट पर जीत हासिल की. 2005 में कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान ने सबा जाफर को हराया. 2005 में निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा और 2000 में राजद का प्रतिनिधित्व किया. 1995 में सपा के मुजफ्फर हुसैन ने कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान को हराया. जलील निर्दलीय ने 1985 में जेपी के चंद्रशेखर झा को हराया. 1980 में चंद्रशेखर झा ने चुनाव जीता.