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दंड देते बाबा धाम रवाना हुई महिला, बोली- ''बाबा की कृपा से आज मेरे पति जिंदा हैं''

सावन का महीना शुरू हो चुका है और आज सावन का पहला सोमवार है, जिसमें हर जगह भक्त बाबा की भक्ति में डूबे नजर आ रहे हैं. पहली सोमवारी को लेकर भागलपुर में भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है.

Updated on: 10 Jul 2023, 06:44 PM

highlights

  • दंड देते बाबा धाम के लिए निकली महिला
  • कहा- बाबा के वजह से आज मेरे पति जिंदा हैं
  • पति-पत्नी एक साथ जा रहे बाबा के दरबार 

 

Bhagalpur:

सावन का महीना शुरू हो चुका है और आज सावन का पहला सोमवार है, जिसमें हर जगह भक्त बाबा की भक्ति में डूबे नजर आ रहे हैं. पहली सोमवारी को लेकर भागलपुर में भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है,जहां एक महिला अपने पति के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर दंड भुगतते हुए बाबा की नगरी देवघर के लिए रवाना हुई. ऐसा नज़ारा देख हर कोई हैरान रह गया. बाबा धाम जाने वाली बम बिहारशरीफ की सुधा सिन्हा हैं, उन्होंने बाबा धाम जाने की अपनी कहानी बताई, उन्होंने कहा कि, ''मेरे पति बीमार थे, बचने की कोई उम्मीद नहीं थी पर महादेव से मन्नत मांगी कि दंड देते हुए सुलतानगंज से बैधनाथ धाम जाएंगे और अब सावन में दंड देते हुए बैधनाथ धाम जा रही हूं.'' 

बता दें कि सुधा सिन्हा पहली बार शाष्टांग दंडवत होते हुए बैधनाथ धाम जा रही हैं. उनके साथ उनके पति भी हैं. चार जुलाई को सुधा सिन्हा ने सुलतानगंज से जल लिया था. वह अब तक 10 किलोमीटर की दूरी तय कर चुकी है, वह कच्चे कांवरिया पथ पर है और धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है. दरअसल सुधा के पति नरेश सिन्हा को हेपेटाइटिस बी हो गया था, जिसमें लगातार वो बीमार हो रहे थे.

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इसके साथ ही आपको बता दें कि बीमार पति को देखते हुए सुधा ने भोलेनाथ से मन्नत मांगी कि, ''उनके पति अगर स्वस्थ होते हैं तो वह पति के साथ दंड देते हुए बैधनाथ धाम जाएंगी.'' इस साल सावन में सुधा सिन्हा यात्रा पर निकली है. सुधा के पति नरेश अपनी पत्नी को एक मिसाल मानते हैं. नरेश का कहना है कि, ''उसके बचने की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन महादेव ने मेरी पत्नी की बात सुनी और उनकी इच्छा पूरी की. बाबा बहुत दयालु हैं.''

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