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मुंगेर: 170 किलो की मां दुर्गा की डोली को कांवर पर लेकर निकले कांवरिए, नजारा देख दंग रह गए लोग

हर साल की तरह इस साल भी कांवरिये अजगैबीनाथ धाम से गंगा जल लेकर पैदल चलना शुरू कर दिए हैं. इस दौरान रास्ते में रोजाना कांवर यात्रा देखने को मिल रही है, बाबा भोलेनाथ के आराध्य कांवरिये कांवर में जल लेकर चल रहे हैं.

Updated on: 07 Jul 2023, 05:32 PM

highlights

  • कोलकाता से सुल्तानगंज आया ओम ग्रुप
  • मां दुर्गा की 170 किलो की डोली उठाकर चले कांवरिए
  • 5 दिन में 105KM चल पहुंचेंगे देवघर

 

 

 

Munger:

विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू हो गए हैं. इस बार यह मेला 59 दिनों तक चलेगा. श्रावण मेले के मौके पर इन दिनों देशभर से हजारों शिवभक्त कांवर यात्रा पर निकल पड़े हैं. इस दौरान कई अद्भुत दृश्‍य देखने को भी मिल रहे हैं. बता दें कि हर साल सावन का महीने आते ही सुल्तानगंज से जल भर कर कांवरियों का निकलना शुरू हो जाता है. हर साल की तरह इस साल भी कांवरिये अजगैबीनाथ धाम से गंगा जल लेकर पैदल चलना शुरू कर दिए हैं. इस दौरान रास्ते में रोजाना कांवर यात्रा देखने को मिल रही है, बाबा भोलेनाथ के आराध्य कांवरिये कांवर में जल लेकर चल रहे हैं. इसी बीच अजूबा कांवरों का एक जत्था नजर आया, जो मां दुर्गा की 170 किलो की मूर्ति लेकर देवघर जा रहा है. बता दें कि ये कांवरें बंगाल के कोलकाता से आई हैं.

इसके साथ ही 170 किलो की कांवर को उठाने में एक बार में चार लोगों को 5 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है, फिर वे इसे दूसरे समूह को दे देते हैं और इस तरह यात्रा करते हुए 105 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं. देवघर जाने में लगभग 3 से 4 दिन लगेंगे. कोलकाता के ओम ग्रुप के सरदार बंटी बम ने बताया कि, ''हम कुल 15 कांवरिये हैं, जो पिछले 8 साल से ऐसे कांवर लेकर आ रहे हैं.''

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इसके साथ ही ओम ग्रुप के कांवरियों ने बताया कि, ''इस बार मां दुर्गा की डोली ले जाने में काफी दिक्कत हो रही है. कंधे पर कांवर रखने के बाद इसकी ऊंचाई 15 फीट हो जाती है. साथ ही इस बार कांवरिया पथ पर झाड़ियों की सफाई नहीं की गई है, जिस वजह से डोलीनुमा ​​​​​कांवर लेकर जाने में बहुत परेशानी हो रही है.

साथ ही आपको बता दें कि, कांवरिया पथ पर रोजाना अलग-अलग तरह की कांवर यात्रा देखने को मिल रही है, 2 दिन पहले भी कलयुग श्रावण की तरह खगड़िया के कांवरिए अपनी मां को बहंगी पर बैठाकर देवघर ले जा रहे थे, जिसका वीडियो भी सामने आया था. सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर जाने वाले कांवरिये भक्ति में मगन होकर विभिन्न प्रकार के कांवर लेकर देवघर जा रहे हैं, जिसको देखने के लिए कांवरिया पथ पर स्थानीय लोगों की भीड़ है.