Bihar News: बिहार में नवंबर 2025 में विधान सभा चुनाव होने हैं और इसके लिए सभी दल कमर कस कर सियासी मैदान में उतरे हुए हैं. जनता से सीधा संवाद करने के लिए बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जमीनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए यात्राएं कर रहे हैं. ऐसे में जब तेजस्वी यादव को पता चला कि उनके चार विधायक साथ छोड़कर निकल लिए हैं तो इस पर बिहार की सियासत में उफान से आ गया है.
दरअसल, बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव कार्यकर्ता दर्शन और संवाद दौरा कर रहे हैं. इसी दौरे के दौरान जब वह बक्सर पहुंचे तो उन्हें एक खबर मिली. मुख्य विरोधी दल के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा जिसमें बताया गया कि आरजेडी के 4 विधायकों ने अपनी इच्छा से पार्टी छोड़ दी है.
आरजेडी के टिकट पर हासिल की थी जीत
आरजेडी का साथ छोड़ने वाले प्रहलाद यादव, नीलम देवी, चेतन आनंद और संगीता कुमारी का नाम शामिल है. इन चारों ने बिहार में 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में आरजेडी के टिकट पर जीत हासिल की थी. नीलम देवी ने मोकामा, प्रहलाद यादव ने सूर्यगढ़ा, चेतन आनंद ने शिवहर और संगीता कुमारी ने मोहनिया से जीत हासिल की थी.
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जेडीयू छोड़कर बीजेपी में आ गए विधायक
बिहार में 3 साल तक तो सब ठीक चला लेकिन जनवरी 2024 में जब बिहार में सत्ता परिवर्तन हुआ तो जमकर खेला हुआ. विश्वास प्रस्ताव के दौरान सदन के अंदर और बाहर हर किसी ने जोर आजमाइश की. आरजेडी और कांग्रेस के कई विधायकों ने दल बदला और अपनी सहूलियत के हिसाब से उसमें शामिल हो गए. कुछ आरजेडी छोड़कर बीजेपी में आ गए. बीजेपी ने आरजेडी विधायक संगीता कुमारी को बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता के पद से ही नवाज दिया.
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रोचक होने वाले हैं विधान सभा चुनाव
ऐसे में साफ है कि इस साल बिहार में होने वाले विधान सभा चुनाव बड़े ही रोचक होने जा रहे हैं. अभी तो चुनाव से पहले किस पार्टी में कितना घमासान होने वाला है, यह देखने वाली बात होगी.