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T-20 World Cup: पाकिस्तान से करारी हार बाद फंसा भारत का सेमीफ़ाइनल रास्ता

हालांकि मजबूत बैटिंग लाइनअप के साथ टीम इंडिया (Team India) किसी भी चुनौती से पार पाने में सक्षम है, लेकिन क्रिकेट को यूं ही अनिश्चितताओं से भरा खेल नहीं कहा जाता.

Updated on: 25 Oct 2021, 02:08 PM

highlights

  • पाकिस्तान से हार पर भारत का ग्रुप-बी में 0.973 निगेटिव रनरेट
  • अब शेष मैचों को बड़े अंतर और अच्छे रनरेट से ही जीतने होंगे
  • पिछले वर्ल्डकप में भी भारत पहला मैच हार पहुंचा था सेमीफाइनल में

नई दिल्ली:

टी-20 वर्ल्ड कप (T-20 World Cup) में अपने पहले ही मैच में भारत (India) को पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा. विश्व कप में पाकिस्तान के हाथों मिली पहली और वह भी 10 विकेट की करारी हार से कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के खाते में कई अनचाहे रिकॉर्ड भी जुड़ गए हैं. इसके साथ ही टीम इंडिया का सेमीफाइनल तक का सफर भी चुनौती भरा हो गया है. हालांकि मजबूत बैटिंग लाइनअप के साथ टीम इंडिया (Team India) किसी भी चुनौती से पार पाने में सक्षम है, लेकिन क्रिकेट को यूं ही अनिश्चितताओं से भरा खेल नहीं कहा जाता. पाकिस्तान से मिली हार के बाद भारत अपने ग्रुप-बी में 0.973 की निगेटिव रनरेट के साथ सबसे निचली पायदान पर आ गया है. इस ग्रुप की शेष टीमों का टी-20 वर्ल्ड कप में अभी तक सफर शुरू भी नहीं हुआ है.  

एक और हार पहुंचा देगी बाहर होने की कगार पर
ग्रुप-बी में भारत और पाकिस्तान अपना-अपना पहला मैच रविवार को खेल चुके हैं. इन दो देशों के अलावा अफगानिस्तान, न्यूज़ीलैंड. स्कॉटलैंड और नामीबिया की टीमें हैं. नियमों के मुताबिक इन आधा दर्जन टीमों में से दो टॉप टीमों को सेमीफ़ाइनल में प्रवेश मिलेगा. यानी सेमीफ़ाइनल का रास्ता तय करने के लिए ग्रुप की हरेक टीम को कम से कम चार-पांच मैच तो जीतने ही होंगे. भारत अपना पहला ही मैच शर्मनाक तरीके से हार चुका है. ऐसे में एक और हार उसे लगभग बाहर होने की कगार पर पहुंचा देगी. मैचों में जीत के अलावा टीम के नेट रनरेट पर भी पेंच अटक सकता है.

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अभी ग्रुप-बी में चार मजबूत टीमों से मुकाबला बाकी
ऐसे में भारत को अब अपना मैच अगले रविवार यानी 31 अक्टूबर को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ खेलना है. इसके बाद 3 नवंबर को टीम इंडिया की टक्कर अफगानिस्तान से होगी. फिर पहले राउंड से क्वालीफाई करने वाली दो टीमें स्कॉटलैंड और नामीबिया से भारत की टक्कर होगी. टीम इंडिया को इन दोनों टीमों के खिलाफ आसान जीत मिल सकती है, लेकिन बाक़ी टीमों के खिलाफ जीत की पुख्ता गांरटी नहीं दी जा सकती है. इस लिहाज से देखें तो टीम इंडिया को न सिर्फ अपने बाकी बचे सारे मैच बड़े अंतर से जीतने ही होंगे. इस ग्रुप में अफगानिस्तान समेत कुल 4 मजबूत टीमें हैं. ऐसे में दो बड़ी टीमों को बाहर का रास्ता देखना पड़ेगा.

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बड़े अंतर और अच्छे रनरेट से जीतने होंगे मैच
फिलहाल ग्रुप-बी में भारत को 10 विकेट से हराकर पाकिस्तान 2 अंको के साथ टॉप पर है. 10 विकेट से करारी हार के बाद टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ सकती है. फिलहाल भारत का नेट रनरेट माइनस में है. ऐसे में अपने आगे के मैचों में टीम इंडिया को न सिर्फ रनरेट सुधारना होगा, बल्कि बड़े अंतर से जीत हासिल करनी होगी. हालांकि अगर पीछे नजर डालें तो 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप में भी अपने पहले मैच में ही टीम इंडिया को न्यूजीलैंड से करारी शिकस्त मिली थी. इसके बावजूद टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच गई थी. इस लिहाज से कोहली एंट कंपनी को इस बार भी यही करिश्मा दोहराना होगा, तभी वर्ल्ड कप हाथ लगने की उम्मीदें जिंदा रहेंगी.