बीते 3 जून को इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें संस्करण के फाइनल में पंजाब किंग्स और आरसीबी की भिड़ंत देखने को मिली. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब के अरमानों पर पानी फेरते हुए 6 रनों से मात दे दी.
फाइनल में 61 रनों की शानदार पारी खेलने वाले पंजाब के धुरंधर बल्लेबाज शशांक सिंह ने एक हालिया इंटरव्यू में खिताबी मुकाबले पर बात की. साथ ही उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ दूसरे क्वालीफायर मैच में अपने रन आउट को लेकर भी बयान दिया.
शशांक का चौंकाने वाला खुलासा
मुंबई इंडियंस के खिलाफ दूसरे क्वालीफायर मुकाबले में पंजाब की टीम 204 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी. श्रेयस अय्यर की अगुवाई वाली टीम इसके जवाब में 15.4 ओवर में 156 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी. श्रेयस गजब का फाइटबैक कर रहे थे. विकेटों के गिरते पतझड़ के बीच धुरंधर खिलाड़ी क्रीज पर डटे हुए थे. वहीं उनका साथ देने के लिए शशांक सिंह आए थे. 17वें ओवर की चौथी गेंद पर शशांक मिड ऑन की ओर शॉट खेलकर एक रन लेने के लिए दौड़े.
नॉन स्ट्राइक पर खड़े अय्यर आसानी से क्रीज में सलामत पहुंचे. हालांकि शशांक सिंह लापरवाही के साथ क्रीज के अंदर गए. इतने में हार्दिक पांड्या ने डायरेक्ट हिट पर उन्हें रन आउट कर दिया. इस पर श्रेयस अय्यर ने मैच के बाद शशांक को जमकर फटकार लगाई थी. शशांक ने अब इस पर कहा कि वह इसी के हकदार थे. साथ ही उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद उनके पिता ने फाइनल तक उनसे बात नहीं की.
ये भी पढ़ें: Rinku Singh-Priya Saroj: रिंकू सिंह ने जैसे ही पहनाई अंगूठी, प्रिया सरोज हुईं भावुक, कैमरे से बचकर छुपाए अपने आंसू
पंजाब के खिलाड़ी का बयान
शशांक सिंह ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ दूसरे क्वालीफायर मैच में अपने रन आउट को लेकर एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कहा,
"मैं इसका हकदार हूं. अय्यर को मुझे थप्पड़ मारना चाहिए था. मेरे पिता ने फाइनल तक मुझसे बात नहीं की. मैं लापरवाह था. ऐसा लगा मैं बगीचे में भी नहीं, बीच पर टहल रहा था. यह एक महत्वपूर्ण समय था. श्रेयस ने स्पष्ट किया कि मुझे तुमसे यह उम्मीद नहीं थी लेकिन बाद में वह मुझे रात के खाने के लिए बाहर ले गया".
फाइनल को लेकर कही ये बात
आरसीबी के खिलाफ आईपीएल 2025 के फाइनल में शशांक सिंह ने 30 गेंदों पर 61 रनों की धुआंधार पारी खेली. वह आखिरी तक डटे रहे. हालांकि ये खिलाड़ी अपनी टीम को जीत न दिला सके. मैच हारने पर वह मैदान पर ही रो पड़े थे. इस पर बात करते हुए शशांक का कहना था,
"मैं एक मजबूत इंसान हूं, लेकिन जब मैंने पांचवीं गेंद पर छक्का मारा और आखिरी गेंद पर 12 रन चाहिए थे, तो मैं खुद पर काबू नहीं रख पाया. मुझे लगा कि अब सब खत्म हो गया है. जब मैं ड्रेसिंग रूम में आया, तो सभी ने आकर पूछा, मैं क्यों रो रहा हूं? मैंने उनसे कहा, मुझे अपने आंसू आ रहे हैं".
ये भी पढ़ें: किसी जन्नत से कम नहीं है एमएस धोनी का फार्म हाउस, दुनिया की सारी सुख-सुविधाएं हैं मौजूद