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मुंबई इंडियंस के लिए रीढ़ की हड्डी साबित हुए ये दो युवा बल्लेबाज, टीम इंडिया में होगी एंट्री!

रोहित ने मंगलवार को खेले गए फाइनल से पहले कहा था,

Updated on: 12 Nov 2020, 12:26 PM

नई दिल्ली:

आईपीएल (IPL) के 13वें सीजन के फाइनल मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) को हराकर मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने 5वीं बार खिताब अपने नाम किया. मुंबई की इस जीत में टीम के सभी खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा. लेकिन टीम के पास दो ऐसे बल्लेबाज भी थे, जो पूरे टूर्नामेंट में मुंबई के लिए रीढ़ की हड्डी साबित हुए. जी हां, हम बात कर रहे हैं ईशान किशन (Ishan Kishan) और सूर्य कुमार यादव (Surya Kumar Yadav) की. रोहित की टीम के इन दो सुपरस्टार्स ने मुसीबत की घड़ी में न सिर्फ मुंबई को राहत पहुंचाई बल्कि मैच भी जिताया.

इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में ईशान किशन ने 57.33 की औसत से 516 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 145.76 रहा. वहीं सूर्यकुमार यादव ने भी 145.01 की स्ट्राइक रेट से 480 रन बनाए. यह दोनों सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में क्रमश: पांचवें और सातवें स्थान पर रहे.

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शीर्ष-10 बल्लेबाजों की सूची में इन दोनों से बेहतर स्ट्राइक रेट सिर्फ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के एबी डिविलियर्स का है. क्विंटन डि कॉक ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर टीम को मजबूत शुरुआत देने की जिम्मेदारी को बखूबी निभाया था तो वहीं इन दोनों ने मध्य क्रम को अपने कंधों पर उठाए रखा, उस मध्य क्रम को जो पिछले सीजन रोहित के मुताबिक कमजोर था.

रोहित ने मंगलवार को खेले गए फाइनल से पहले कहा था, "हमने पिछले सीजन चर्चा की थी हमारा मध्य क्रम चल नहीं रहा है. ईशान ने वहां आकर शानदार काम किया है. वह अपने खेल को समझ रहे हैं और मैदान पर कई जगह रन बना रहे हैं. यह उन्हें खतरनाक बल्लेबाज बनाता है. सूर्या के बारे में मैंने पहले भी कहा है कि वह परिपक्व खिलाड़ी हैं. मैंने उन्हें सीजन दर सीजन मजबूत होते देखा है."

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रोहित ने कहा, "सूर्या ने अपने खेल को अलग स्तर पर पहुंचा दिया है. उनके बारे में मुझे एक बात जो अच्छी लगी वो यह है कि वह जिस तरह से अपना टेम्पो बनाए रखते हैं, मायने नहीं रखता कि उनके साथ कौन बल्लेबाजी कर रहा है या कितने विकेट गिर चुके हैं. यह एक अच्छे खिलाड़ी की निशानी होती है. अगर कोई इस टेम्पो से बल्लेबाजी कर सकता है, स्ट्राइक रोटेट कर सकता है, लगातार बाउंड्रीज लगा सकता है, इससे नॉन स्ट्राइकर छोर पर जो खिलाड़ी हैं उनका काम आसान हो जाता है. नंबर-3 का स्थान काफी अहम होता है. उन्होंने यहां अच्छा किया है."

ईशान ने फाइनल के बाद कहा था, "सीजन की शुरुआत में मेरी फिटनेस अच्छी नहीं थी. मैंने हार्दिक भाई और क्रुणाल भाई से बात की और कहा कि मैं अपनी फिटनेस पर काम करना चाहता हूं. मैं बल्ले से वो करना चाहता था जो टीम के लिए अच्छा हो."