logo-image

क्या IPL में चलेगी डेल की 'स्टेन गन'

क्रिकेट की भाषा में तेज गेंदबाजों को स्पीड किंग, रफ्तार का सौदागर या फिर स्पीड गन जैसे नामों से बुलाया जाता है. हालांकि साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन को उनकी घातक गेंदबाजी के चलते विश्व क्रिकेट में स्टेन गन का नाम दिया गया है.

Updated on: 26 Aug 2020, 04:49 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेट की भाषा में तेज गेंदबाजों को स्पीड किंग, रफ्तार का सौदागर या फिर स्पीड गन जैसे नामों से बुलाया जाता है. हालांकि साउथ अफ्रीका (South Africa) के तेज गेंदबाज डेल स्टेन (Dale Styen)  को उनकी घातक गेंदबाजी के चलते विश्व क्रिकेट में स्टेन गन का नाम दिया गया है. डेल स्टेन ने अपने क्रिकेट करियर में एक से बढ़कर एक बल्लेबाजों को रफ्तार और स्विंग के आगे ढेर किया है. अब डेल स्टेन आईपीएल (IPL 2020) के लिए तैयार है जिसके लिए उन्होंने यूएई के लिए कदम रख दिया है.

ये भी पढ़ें: IPL 2020 : सबसे पहले मैदान पर उतरेंगी किंग्‍स इलेवन पंजाब और राजस्‍थान रॉयल्‍स की टीमें

एक बार फिर से डेल स्टेन विराट कोहली की कप्तानी में खेलने को तैयार है. इससे पहले डेल स्टेन आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद, गुजरात लॉयंस से खेल चुके हैं. डेल स्टेन ने साल 2008 और 2010 तक आरसीबी के लिए खेला था जबकि 2019 में उन्हें फिर से मौका दिया गया. लगातार चोट के कारण डेल स्टेन आईपीएल में अपने करियर ज्यादा लंबा नहीं खींच पाए. स्टेन पिछले साल 12 सीजन से आईपीएल से जुड़ें लेकिन ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. हालांकि डेल स्टेन के पास स्पीड के साथ साथ स्विंग और लाइन-लेथ है जिससे वो आरसीरबी की कश्ती को इस साल पार लगा सकते हैं.

कैसा रहा IPL में डेल स्टेन का सफर

मैच 92
विकेट 96
सर्वाधिक 3/8
इकनॉमी 6.76

यह भी पढ़ें ः IPL 2020 : आईपीएल की विजेता टीम को मिलते हैं इतने करोड़, इस बार होगा नुकसान!

साल 2008 से आरसीबी खिताब को जीतन के लिए कड़ी मेहनत करती आ रही है लेकिन हर बार फेल हुई. कप्तान बदले लेकिन किस्मत नहीं बदली. इसके बाद साल 2013 में विराट कोहली को आरसीबी की कप्तानी सौंपी गई. माना गया था कि टीम जीत की पटरी पर चलेगी लेकिन नतीजा पहले जैसा ही रहा. आरसीबी साल 2009, 2011 और 2016 के आईपीएल के फाइनल में पहुंचकर हार गई थी. इसके अलावा साल 2010 और 2015 में ये टीम प्लेऑफ्स तक पहुंची है जबकि हर बार आरसीबी लीग राउंड से बाहर हुई है. आरसीबी को उम्मीद होगी कि इस बार नतीजे उनके पक्ष में आए.