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Asian Shooting Championship 2025 Photograph: (Social Media)
कजाकिस्तान के श्यामकेंट में आयोजित 16वीं एशियन शूटिंग चैंपियनशिप भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हुई. 12 दिनों तक चली इस प्रतियोगिता में भारतीय निशानेबाजों ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल 99 मेडल जीते. इनमें 50 गोल्ड, 26 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज शामिल हैं. इस शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत पदक तालिका में पहले स्थान पर रहा. मेजबान कजाकिस्तान 21 गोल्ड और कुल 70 मेडल के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि चीन 15 गोल्ड और 37 मेडल के साथ तीसरे स्थान पर रहा. आपको बता दें कि यह पहली बार है जब भारत ने इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में पदक तालिका में टॉप किया.
सीनियर खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन
भारत की सीनियर टीम ने खास तौर पर बेहतरीन खेल दिखाया. 15 ओलंपिक इवेंट्स (राइफल, पिस्टल और शॉटगन वर्ग) में भारत ने 6 गोल्ड, 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल जीते. इस दौरान भारत केवल चीन (8 गोल्ड) से पीछे रहा. महिला निशानेबाज एलावेनिल वलारिवन ने महिलाओं की एयर राइफल स्पर्धा में एशियन रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड जीता और अर्जुन बाबूता के साथ मिक्स्ड टीम में भी स्वर्ण पदक हासिल किया. नीरू ढांडा ने महिलाओं की ट्रैप स्पर्धा में भारत को पहला गोल्ड दिलाया. सिफ्ट कौर ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री-पोजिशन में अपना पहला एशियन खिताब जीता, जबकि ऐश्वरी प्रताप सिंह तोमर ने पुरुषों की थ्री-पोजिशन स्पर्धा में अपना खिताब बरकरार रखा.
जूनियर और युवा खिलाड़ियों का दबदबा
भारतीय जूनियर शूटर्स ने भी कमाल दिखाया. उन्होंने सभी ओलंपिक इवेंट्स में गोल्ड जीतकर देश की युवा प्रतिभा का लोहा मनवाया. जूनियर खिलाड़ियों ने 10 गोल्ड, 4 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए. इसके अलावा अन्य युवा प्रतियोगिताओं और गैर-ओलंपिक स्पर्धाओं में भी भारत ने कई गोल्ड जीते. पूर्व वर्ल्ड चैंपियन अंकुर मित्तल ने पुरुषों के डबल ट्रैप में 107 के वर्ल्ड रिकॉर्ड स्कोर के साथ गोल्ड जीता, जबकि रियो ओलंपियन गुरप्रीत सिंह ने 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल स्पर्धा में गोल्ड पर निशाना साधा.
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