logo-image

लगातार चार छक्‍के जड़कर वेस्‍टइंडीज को विश्‍व कप जिताने वाले खिलाड़ी ने लंदन में किया विरोध प्रदर्शन, जानें क्‍यों

साल 2016 और तारीख थी तीन अप्रैल, इस दिन वेस्ट इंडीज की टीम ने T20 वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था.

Updated on: 07 Jun 2020, 05:38 PM

नई दिल्ली:

साल 2016 और तारीख थी तीन अप्रैल, इस दिन वेस्ट इंडीज की टीम ने T20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) का खिताब अपने नाम किया था. खिताब जीतना वैसे तो अपने आप में ही बड़ी बात है, लेकिन जिस तरीके से वेस्टइंडीज ने इंग्‍लैंड (England VS WestIndies) को हराया वह अपने आप में अनूठा था, इसलिए इस विश्‍व कप के फाइनल (World Cup Final) को याद किया जाता है और साथ ही याद किए जाते हैं वेस्‍टइंडीज के ऑलराउंडर कार्लोस ब्रेथवेट (Carles Braithwaite). वेस्ट इंडीज को आखिरी ओवर में जीत के लिए 19 रन चाहिए थे.

यह भी पढ़ें ः भारत बनाम आस्‍ट्रेलिया टेस्‍ट सीरीज में टीम इंडिया का यह ऑलराउंडर होगा मुख्‍य हथियार, जानें उसका नाम

इतने रन अमूमन आखिरी ओवर में बनते नहीं हैं, इसलिए सभी ने इंग्‍लैंड को ही जीता हुआ मान लिया था. लेकिन लंबे चौड़े कार्लोस ब्रेथवेट तो कुछ और ही सोचे हुए थे. कार्लोस ब्रेथवेट ने आखिरी ओवर चौके और छक्‍कों की बरसात की और जीत के लिए जरूरी रन जुटा लिए. इस ओवर को इंग्‍लैंड के ऑलराउंडर बेन स्‍टोक्‍स भी कभी भूल नहीं पाएंगे, क्‍योंकि उन्‍हीं की इस ओवर में जबरदस्‍त पिटाई हुई थी. लेकिन अब कार्लेस ब्रेथवेट किसी और कारण से चर्चा में हैं.

यह भी पढ़ें ः केन विलियमसन ने 12 साल पुराने दोस्‍त विराट कोहली के लिए क्‍या कहा, जानिए यहां

वेस्टइंडीज के हरफनमौला क्रिकेटर कार्लोस ब्रेथवेट ने लंदन में 'ब्लैक लाइव्स मैटर' मार्च में हिस्सा लेने की अपनी फोटो पोस्ट की है. उन्होंने कुछ फोटो शेयर की है जिसमें से एक में वे इंग्लैंड के फुटबालर अदेबायो अकिनफेनवा के साथ दिखाई दे रहे हैं. फोटो के साथ वेस्टइंडीज के खिलाड़ी ने कैप्शन में लिखा है, क्रांति का प्रसारण किया जाएगा. ब्लैक लाइव्स मैटर. ब्रिटेन में यह विरोध प्रदर्शन अमेरिका में अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद हो रहे हैं. इसके समर्थन में कई खिलाड़ियों ने अपनी आवाज उठाई है. शनिवार को हेवीवेट बॉक्सिंग वल्र्ड चैम्पियन एंथोनी जोशुआ ने इस मार्च को संबोधित किया और कहा, इस वायरस को महामारी घोषित कर दिया गया है. यह नियंत्रण से बाहर है। मैं कोविड-19 के बारे में बात नहीं कर रहा. मैं जिस वायरस के बारे में बात कर रहा हूं वो है नस्लभेद.

यह भी पढ़ें ः वेस्‍टइंडीज के पूर्व कप्‍तान ने लिखा, अब मुझे कालू का मतलब पता चला, अब मैं गुस्‍से में हूं, लेकिन क्‍यों

आपको बता दें कि वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी ने आरोप लगाया है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) (IPL) में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेलते हुए वह नस्ली टिप्पणियों का शिकार बने थे. डेरेन सैमी ने शनिवार को अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा, मुझे अभी पता चला है कि ‘कालू’ का मतलब क्या होता है. जब मैं आईपीएल में सनराइजर्स के लिए खेलता था तो वे मुझे और तिसारा परेरा को इस नाम से बुलाते थे. मुझे लगता था कि इसका मतलब मजबूत इंसान से है. मेरी पिछली पोस्ट से मुझे कुल अलग बात पता चली और मैं गुस्से में हूं. उन्होंने यह नहीं बताया कि उनके खिलाफ कब और किसने यह टिप्पणी की थी.

यह भी पढ़ें ः पार्थिव पटेल ने बताया किन गेंदबाजों के सामने विकेटकीपिंग करना सबसे बड़ी चुनौती, जानिए किनका लिया नाम

इतना ही नहीं, वेस्‍टइंडीज के धुआंधार बल्‍लेबाज क्रिस गेल ने भी पिछले दिनों कहा था कि नस्लभेद सिर्फ फुटबाल में नहीं है, बल्कि क्रिकेट में भी है. क्रिस गेल ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा था कि अश्वेत लोगों की जिंदगी भी दूसरों की जिंदगी की तरह मयाने रखती है. अश्वेत लोग मायने रखते हैं (ब्लैक लाइव्स मैटर) Black Lives Matter. नस्लभेदी लोग भाड़ में जाएं. उन्होंने कहा, मैंने पूरा विश्व घूमा है और नस्लभेदी बातें सुनी हैं क्योंकि मैं अश्वेत हूं. विश्वास मानिए..यह फेहरिस्त बढ़ती चली जाएगी.

(इनपुट आईएएनएस)