IND vs SL Series : भारत और श्रीलंका के बीच खेली जा रही सीरीज में जहां आईपीएल के स्टार और युवा खिलाड़ियों को खूब मौका दिया गया, वहीं इस टीम में एक खिलाड़ी ऐसा भी है, जिसने अपना पहला वन डे मैच अब से करीब छह सात पहले यानी साल 2015 में खेला था, लेकिन तब से लेकर अब तक उन्हें कुल 27 मैच ही खेलने के लिए मिले. इस सीरीज का पहला मैच भी वे खेलते हुए नजर आए, लेकिन अभी तक पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि उनकी जगह टीम में सुरक्षित है या नहीं. सीरीज के पहले मैच में मनीष पांडे चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान में उतरे, लेकिन वे अपनी छाप छोड़ने में कामयाब नहीं हो पाए.
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मनीष पांडे ने अपना पहला मैच साल 2015 में जिम्वाव्बे के खिलाफ खेला था. अपने पहले ही मैच में मनीष पांडे ने 71 रन की शानदार पारी खेली थी. इसके बाद मनीष पांडे का सितारा तब चमका जब अगले ही साल 2016 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक बना डाला. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के मैदान पर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 330 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया और टीम इंडिया को जीत के लिए 331 रनों की जरूरत थी. भारत की ओर से रोहित शर्मा और शिखर धवन ने शानदार अर्धशतकीय पारियां खेली. इस मैच में रोहित एक रन से अपना शतक बनाने से चूक गए थे. इसके बाद कप्तान विराट कोहली आठ रन पर आउट हो गए. चौथे नंबर पर आए मनीष पांडे से काफी उम्मीदें थी. वे इस पर खरे भी उतरे. मनीष पांडे ने इस मैच में 81 गेंद पर 104 रन की पारी खेल दी. इस दौरान उन्होंने एक छक्का और आठ चौके मारे. मनीष पांडे और कप्तान एमएस धोनी ने टीम को जीत दिला दी. तभी लगा कि अब टीम इंडिया को एक नया स्टार मिल गया है. हालांकि इसके बाद उनका करियर ऐसा ही रहा. वे टीम से अंदर बाहर होते रहे. कभी टीम में रहे तो बल्लेबाजी करने का मौका ही नहीं मिला. कभी मिला तो रन नहीं बना सके.
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अब तक मनीष पांडे 27 वन डे मैच खेल चुके हैं और उनके नाम वही एक शतक है और उन्होंने करीब 34 के औसत से रन बनाए हैं. इस सीरीज के पहले मैच की बात करें तो मनीष पांडे ने 40 गेंद पर 26 रन की छोटी सी पारी खेली. उनका स्ट्राइक रेट करीब 65 का रहा. इस छोटी पारी में मनीष पांडे ने एक चौका और एक ही छक्का भी लगाया. हालांकि जिस तरह की नींव पृथ्वी शॉ और इशान किशन ने रखी, उसके बाद जरूरत भी नहीं थी कि तेजी से खेला जाए. लेकिन इतनी उम्मीद तो थी ही वे आखिर तक नाबाद रहें और टीम को जीत दिलाने के बाद ही पवेलियन लौटें. लेकिन इससे पहले ही वे आउट हो गए और जीत तक ले जाने का काम सूर्य कुमार यादव को करना पड़ा, जो इस मैच में वन डे डेब्यू कर रहे थे. ऐसे में अब उनके करियर को लेकर सवाल उठने लगे हैं. उम्मीद की जानी चाहिए कि वे सीरीज के सारे मैच खेलें और अच्छा प्रदर्शन कर टीम में अपनी जगह पक्की कर लें.
Source : Sports Desk