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सौरव गांगुली के विरोधी ग्रैग चैपल ने एमएस धोनी के लिए अब कही यह बड़ी बात

आस्‍ट्रेलिया के पूर्व दिग्‍गज बल्‍लेबाज ग्रैग चैपल की पहचान भारत में टीम इंडिया के पूर्व कोच के तौर पर है. वह भी टीम इंडिया के एक खराब कोच के तौर पर, जिसने एक वक्‍त में भारतीय टीम को बहुत भारी संकट में डाल दिया था.

Updated on: 14 May 2020, 07:09 AM

New Delhi:

आस्‍ट्रेलिया के पूर्व दिग्‍गज बल्‍लेबाज ग्रैग चैपल (Greg Chappell) की पहचान भारत में टीम इंडिया (Team India) के पूर्व कोच के तौर पर है. वह भी टीम इंडिया के एक खराब कोच के तौर पर, जिसने एक वक्‍त में भारतीय टीम को बहुत भारी संकट में डाल दिया था. उस वक्‍त सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) टीम इंडिया के कप्‍तान हुआ करते थे और सौरव गांगुली ने ही कोच के पद पर नियुक्‍ति के लिए ग्रैग चैपल की पैरवी की थी. लेकिन बाद में ग्रैग चैपल सौरव गांगुली के ही खिलाफ हो गए और उन्‍हीं को कप्‍तानी और टीम से हटाने पर आमादा हो गए. यह भारतीय क्रिकेट के एक खराब दौर के तौर पर जाना जाता है. हालांकि ग्रैग चैपल की एक यह भी उपलब्‍धि के तौर पर गिना जाता है कि उन्‍हीं के कोच रहते महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया में शामिल हुए और शुरुआत की कुछ खराब पारियों के बाद वे टीम इंडिया के शानदार बल्‍लेबाजों में से एक बने. अब भी जब ग्रैग चैपल की बात की जाती है तो सौरव गांगुली और ग्रैग चैपल का विवाद ही सामने आता है. हालांकि चैपल खुद इस बारे में कम ही बात करते हैं. हालांकि अब ग्रैग चैपल ने टीम इंडिया के पू्र्व कप्‍तान एमएस धोनी को भारत का सबसे ताकतवर बल्‍लेबाज कहा है. 

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भारतीय टीम के पूर्व कोच ग्रैग चैपल ने कहा कि उन्होंने अभी तक जितने भी बल्लेबाज देखे हैं, उनमें से महेंद्र सिंह धोनी सबसे ताकतवर हैं. आस्‍ट्रेलिया के पू्र्व कप्‍तान ग्रैग चैपल 2005 से 2007 तक भारतीय टीम के कोच रहे. उनका कार्यकाल हालांकि विवादों से भरा रहा और कई सीनियर खिलाड़ियों के साथ उनके मतभेद रहे, जिसमें तत्कालीन कप्तान और मौजूदा समय में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली थे. ग्रैग चैपल ने प्लेराइट फाउंडेशन के साथ फेसबुक पेज पर बात करते हुए कहा, मुझे याद है कि जब मैंने उनको पहली बार बल्लेबाजी करते देखा तो मैं हैरान रह गया था. उस समय वह भारत में सबसे उभरते हुए खिलाड़ी थे. वह काफी अलग तरह से पोजीशन में आकर गेंद को मारते थे. मैंने जितने भी बल्लेबाज देखे हैं उनमें से वो सबसे ताकतवर हैं.

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टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रैग चैपल ने कहा, मुझे उनकी श्रीलंका के खिलाफ खेली गई 183 रनों की पारी याद है. उनकी ताकतवर बल्लेबाजी उस समय बेहतरीन थी. अगला मैच पुणे में था और मैंने महेंद्र सिंह धोनी से कहा था कि आप हर गेंद को सीमारेखा के पार पहुंचाने के बजाए शॉट नीचे रखकर क्यों नहीं खेलते. अगले मैच में हम तकरीबन 260 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहे थे और अच्छी स्थिति में थे. एमएस धोनी ने कुछ दिन पहले जो बल्लेबाजी की थी वह उससे उलट बल्लेबाजी कर रहे थे. ग्रैग चैपल ने कहा, हमें 20 रन चाहिए थे और धोनी ने 12वें खिलाड़ी आरपी सिंह की मदद से मुझसे छक्का मारने को पूछा मैंने कहा तब तक नहीं जब तक लक्ष्य एक अंक में नहीं आ जाता.

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अब एमएस धोनी भारतीय टीम के साथ नहीं हैं, लेकिन उन्‍हें टीम से बाहर भी नहीं किया गया है. वे पिछले करीब दस महीने से टीम के साथ नहीं हैं. साल 2019 के विश्‍व कप में उन्‍होंने न्‍यूजीलैंड के खिलाफ विश्‍व कप सेमीफाइनल में अपना आखिरी मैच खेला था, लेकिन उस मैच में भारत हार गया था, उसके बाद वे उनके भविष्‍य को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. अभी मार्च में ही वे आईपीएल के माध्‍यम से टीम इंडिया में वापसी करना चाहते थे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण आईपीएल को आगे तक के लिए टाल दिया गया है. अब आईपीएल होगा कि नहीं होगा, होगा तो कब होगा इस पर से पर्दा नहीं हटा है.

(इनपुट आईएएनएस)