सचिन, विराट इसलिए बड़े प्लेयर्स हैं, जादू ऐसे ही नहीं बना
Sachin and Virat Kohli : ये हैं कुछ हमारे भारतीय क्रिकेटर्स की दर्द भरी दास्तां.
नई दिल्ली :
Sachin and Virat Kohli : मैच में आपने रोचक कहानियां तो सुनी ही होंगी. लेकिन कुछ कहानियां ऐसी भी होती हैं जिनमें खिलाडियों का दर्द छुपा होता है. तो चलिए आज हम उन्ही दर्द भरे पलों को आपको बताते हैं. हाल ही में रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के लिए खेलने वाले विष्णु सोलंकी ने चंडीगढ़ के खिलाफ शतक जड़ा है. शतक लगाने के बाद हर कोई विष्णु को सलाम कर रहा है. क्योंकि आपको बता दें इस खिलाड़ी की नवजात बच्ची का देहांत हो गया है.
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बेटी के निधन ने विष्णु को झकझोर दिया था, लेकिन वें अपनी बेटी का अंतिम संस्कार कर मैदान पर उतरे और एक शानदारी पारी भी खेल शतक जड़ दिया. चंडीगढ़ के खिलाफ विष्णु ने 12 चौकों की मदद से 104 रन बनाए है. इस कार्य के लिए उनकी सभी तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं. इस दिलेरी वाली पारी को देखकर हर कोई सलाम कर रहा है. वहीं, सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहे बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं जितने खिलाड़ियों को जानता हूं शायद ही कोई इस तरफ से कर पता है.
ऐसा ही हादसा तेंदुलकर के साथ भी हुआ था. मास्टर ब्लास्टर ने 1999 वर्ल्ड कप में अपने पिता के निधन के तुरंत बाद एक शानदार शतक बनाया था. सचिन के बाद विराट कोहली के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था.
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आपको बता दें टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली जब दिल्ली की टीम से खेल रहे थे तब अचानक से उनके पिता का निधन हो गया था. इसके बावजूद विराट बल्लेबाजी करने आए और बेहतरीन अर्धशतक लगाते हुए अपनी टीम को हार से बचा लिए. इसके बाद वे अपने पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे. तो ये थी हमारे भारतीय क्रिकेटर्स की दर्द भरी दास्तां.
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