logo-image

Ind Vs Aus: नस्लीय टिप्पणी पर बड़ा खुलासा, पढ़िए सिराज को क्या बोला गया था

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लच रहे सिडनी टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ी मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा

Updated on: 11 Jan 2021, 07:47 AM

नई दिल्ली:

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लच रहे सिडनी टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ी मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह को नस्लीय टिप्पणी का सामना करना पड़ा. इस मामले की शिकायत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को कर दी है जबकि आईसीसी ने भी इसपर कड़ा रुख अपनाया है. चौथे दिन नस्लीय टिप्पणी को लेकर भारतीय टीम ने अंपायर को बताया जिसके बाद स्टेंड्स में बैठे दर्शकों को वहां से हटाया गया जबकि खेल  को चौथे दिन लगभग 15 मिनट तक रोका गया. इस पूरे मामले के बाद टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी समेत कप्तान विराट कोहली ने सोशल मीडिया पर कड़ी निंदा की. अब समाने आ रहा है कि ऑस्ट्रेलिया दर्शकों से सिराज और बुमराह को लेकर क्या बोल था.

ये भी पढ़ें: सिडनीः नस्लीय टिप्पणी पर बोले सचिन- क्रिकेट एकजुटता का खेल है भेदभाव का नहीं

रिपोर्ट्स के अनुसार बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि ऑस्ट्रेलिया दर्शकों ने सिराज को बिग मंकी और ब्राउन डॉग कहा था. बता दें सबसे पहले ये मामला तीसरे दिन आया था और भारत ने अंपायर्स के कानों में ये बात डाली थी लेकिन चौथे दिन 86वें ओवर में जब पानी सिर के ऊपर से निकल गया तब कप्तान अजिंक्य रहाणे अंपायर्स को फिर से शिकायत की.

यह भी पढ़ें : INDvsAUS : नस्लीय विवाद पर लक्ष्मण की खरी खरी, फालतू चीज बर्दाश्त नहीं

खबरों की माने तो बीसीसीआई सूत्र ने बताया कि टीम इंडिया के खिलाड़ी अपना ध्यान मैच पर ना लगा पाए इसके लिए टिप्पणी करके उनते भटकाया जा रहा है. साथ ही टीम इंडिया को अंपायर्स ने साफ कहा कि ऐसी घटना होते ही तुरंत उनको जानकारी दी जाए जिससे कड़े कदम उठा सके. पूरे मानले को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया ने भारत से माफी मांगी है. इससे पहले वीवीएस लक्ष्मण और हरभजन सिंह भी अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं. ये पहला मौका नहीं जब ऑस्ट्रेलिया में नस्लीय टिप्पणी हुई हो इससे पहले हरभजन सिंह और सायमंड्स को लेकर मंकी गेट मामला साल 2008 में हुआ था.

यह भी पढ़ें: क्रिकेट इतिहास में कब कब दिखाया चोटिल खिलाड़ियों ने मैदान पर जज्बा, पढ़िए यहां

इस मसले पर बीसीसीआई सचिव जय शाह की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि क्रिकेट और समाज में जातिवाद का कोई स्थान नहीं है. मैंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से बात की है. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की है. दोनों बोर्ड एक साथ खड़ा है. भेदभाव को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.