What is Pink Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा. इस मैच को लेकर फैंस के बीच काफी उत्साह है, क्योंकि एक ओर जहां ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 3-1 से बाजी मारना चाहेगी, वहीं भारतीय टीम के पास सीरीज को ड्रॉ करने का आखिरी मौका रहेगा.
पिंक टेस्ट क्या है?
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले मुकाबले को पिंक टेस्ट कहा जाएगा. ये पिंक बॉल टेस्ट नीहं बल्कि सिर्फ पिंक टेस्ट है. अब आप सोच रहे होंगे आखिर पिंक टेस्ट और पिंक बॉल टेस्ट में क्या अंतर है?
आपको बता दें, पिंक टेस्ट साल के सबसे पहले टेस्ट को कहा जाता है, जो लाल गेंद से खेला जाता है. इसकी शुरुआत 2009 में हुई थी. यह टेस्ट ग्लेन मैक्ग्रा की दिवंगत पत्नी जेन मैक्ग्रा की याद में खेला जाता है, जिनकी 2008 में ब्रेस्ट कैंसर से मौत हो गई थी. मैकग्राथ ने जेन की याद में मैक्ग्रा फाउंडेशन की स्थापना की, जो ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों और उनके परिवारों की मदद करता है. पिंक टेस्ट का उद्देश्य ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता और फंड जुटाना है.
पिंक टेस्ट में हर चीज होगी पिंक
सिडनी टेस्ट पिंक टेस्ट होगा, जहां आपको हर चीज में गुलाबी रंग ही नजर आने वाला है. सबसे पहले तो स्टेडियम में लगी सारी होल्डिंग्स पिंक होंगी. स्टैंड, स्टाफ और खिलाड़ियों की जर्सी सभी पर गुलाबी रंग की झलक दिखेगी. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी खास तौर पर गुलाबी रंग की टोपी पहनेंगे और जर्सी पर उनके नाम और नंबर भी गुलाबी रंग से लिखे होते हैं.
भारत के पास है आखिरी मौका
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में टीम इंडिया 1-2 से पिछड़ गई है और इसी के साथ उसका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद भी कम होती जा रही है. लेकिन, अभी भी यदि भारत सिडनी टेस्ट जीत लेती है, तो उसके पास कुछ चांसेस हैं कि वह WTC फाइनल में पहुंच जाए.
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