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भारत की पहली पारी 231 रन पर सिमटी, 64 रन पर गिरे 10 विकेट 

भारतीय महिला टीम की पहली पारी काउंटी क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ जा रहे एकमात्र टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन शुक्रवार को 231 रनों पर सिमट गई. इससे इंग्लैंड को 165 रनों की बड़ी बढ़त हासिल हुई.

Updated on: 18 Jun 2021, 05:57 PM

ब्रिस्टल :

भारतीय महिला टीम की पहली पारी काउंटी क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ जा रहे एकमात्र टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन शुक्रवार को 231 रनों पर सिमट गई. इससे इंग्लैंड को 165 रनों की बड़ी बढ़त हासिल हुई. इंग्लैंड ने दूसरे दिन नौ विकेट पर 396 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की थी. भारत की ओर से दीप्ति शर्मा 73 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 29 रन बनाकर नाबाद रहीं, जबकि शैफाली वर्मा ने 96 और स्मृति मंधाना ने 78 बनाए. इंग्लैंड की ओर से सोफी एक्लेस्टोन ने चार विकेट और कप्तान हीथर नाइट ने दो विकेट लिए, जबकि कैथरीन ब्रंट, अन्या श्रुबसोल, नताली स्काइवर और कैटी क्रॉस को एक-एक विकेट मिला.

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भारतीय महिला टीम को दूसरे दिन शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने मजबूत शुरुआत दिलाई थी और दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 167 रन जोड़े थे. लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों के आउट होने के बाद भारतीय पारी बिखर गई और फिर संभल नहीं सकी. इससे पहले, भारतीय टीम ने आज पांच विकेट पर 187 रन से आगे खेलना शुरू किया और हरमनप्रीत कौर ने चार और दीप्ति ने खाता खोले बिना पारी को आगे बढ़ाया. हालांकि हरमनप्रीत चार रन के स्कोर पर ही अपना विकेट गंवा बैठी. टीम ने इसके बाद तानिया भाटिया (0) और स्नेह राणा (2) के विकेट भी गंवा दिए. पूजा वस्त्राकर ने हालांकि दीप्ति के साथ मिलकर कुछ सधी हुई बल्लेबाजी लेकिन कुछ देर बाद वह भी 33 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 12 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं. इसके तुरंत बाद झूलन गोस्वामी (1) आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुईं.

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भारतीय महिला टीम करीब सात साल बाद टेस्ट खेलने के लिए मैदान में उतरी है. भारतीय महिला टीम ने पांच दशकों में अबतक महज 36 टेस्ट मैच ही खेले हैं. 36 टेस्ट में से 2010 से 2020 तक सिर्फ दो टेस्ट हुए हैं. इनमें भारत ने पांच मैच जीते हैं जबकि छह में उसे हार मिली है और 25 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं. भारतीय महिला टीम ने 1980 के दशक में सबसे ज्यादा 10 टेस्ट खेले और यह सभी मुकाबले ड्रॉ रहे. भारत को इंग्लैंड के अलावा इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टेस्ट मैच खेलना है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेलेगी. बुधवार से शुरू हुए एकमात्र टेस्ट मुकाबले की पिच सपाट और स्पिनरों को मददगार वाली रही जो भारतीय महिला टीम के लिए आश्चर्यजनक रहा.