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मेरी गेंदबाजी की निरंतरता और सटीकता खतरनाक: डोम बेस

इंग्लैंड के आफ स्पिनर डोम बेस ने भले ही सिर्फ पांच टेस्ट खेले हों लेकिन उनका मानना है कि उनकी गेंदबाजी में ‘निरंतरता और सटीकता’ फिलहाल ‘खतरनाक’ है जिससे उन्हें राष्ट्रीय टेस्ट टीम में लगातार खेलने का मौका मिल सकता है.

Updated on: 15 Jul 2020, 05:51 PM

मैनचेस्टर:

इंग्लैंड के आफ स्पिनर डोम बेस ने भले ही सिर्फ पांच टेस्ट खेले हों लेकिन उनका मानना है कि उनकी गेंदबाजी में ‘निरंतरता और सटीकता’ फिलहाल ‘खतरनाक’ है जिससे उन्हें राष्ट्रीय टेस्ट टीम में लगातार खेलने का मौका मिल सकता है. 22 साल के बेस ने वेस्टइंडीज के खिलाफ साउथम्पटन में पहले टेस्ट की पहली पारी में दो विकेट चटकाए लेकिन दूसरी पारी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला और मेहमान टीम ने 200 रन के लक्ष्य को हासिल करते हुए चार विकेट से जीत दर्ज की.

बेस ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘‘मुझे लगता है कि मैं बल्ले के दोनों किनारों को निशाना बना रहा हूं. गेंद की लाइन और लेंथ को लेकर मेरी निरंतरता और स्टीकता खतरनाक है. यह ट्रेनिंग के जरिए हासिल होता है, वह अहसास, वह लय... मुझे लगता है कि समय निश्चित तौर पर मेरे पास यह है.’’ बेस को अंतिम दिन विकेट मिल सकता था लेकिन कार्यवाहक कप्तान बेन स्टोक्स ने स्लिप में जर्मेन ब्लैकवुड का कैच उनकी पारी की शुरुआत में ही टपका दिया.

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इस स्पिनर ने रोस्टन चेस को भी पगबाधा किया लेकिन रिव्यू उनके पक्ष में नहीं गया जबकि हॉक आई से पता चल रहा था कि गेंद बीच के स्टंप के ऊपरी हिस्से से टकरा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता है कि मुझे विकेट नहीं मिले लेकिन स्थिति बदल सकती थी. मैं इस समय जिस चीज पर ध्यान दे रहा हूं वह यह है कि गेंद हाथ से कितनी अच्छी तरह छूट रही है. मैं खतरनाक महसूस कर रह हूं और यह काफी अच्छा है.’’

बेस ने कहा, ‘‘स्पिनर के रूप में किसी दिन कुछ चीजें आपके पक्ष में जा सकती हैं और कुछ नहीं, यही क्रिकेट है. मैं इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देता. मैं बल्ले, गेंद से और क्षेत्ररक्षण में योगदान देना चाहता हूं. मैं सुनिश्चित करना चाहता हूं कि जब मुझे मौका मिले तो मैं इसका फायदा उठाऊं.’’ बेस को पता है कि टीम में अपनी जगह बरकरार रखने के लिए उन्हें साथी स्पिनरों मोईन अली और जैक लीच से आगे रहने का तरीका ढूंढना होगा और वह अपने कौशल में सुधार के लिए खेल के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों से सीख रहे हैं.

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उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड में रहते हुए मैं (ग्रीम) स्वान को खेलते हुए देखकर बड़ा हुआ. काउंटी क्रिकेट में जीतन पटेल का दबदबा रहा. मैं साइमन हार्मर को देखता हूं, वह स्तरीय आफ स्पिनर है. मैंने (रंगना) हेराथ के साथ भी कुछ समय काम किया है.’’ बेस ने कहा, ‘‘इन खिलाड़ियों में काफी समानताएं हैं और यही कारण है कि वे दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं. सबसे अहम निरंतरता है, वे गेंद को किसी लाइन और लेंथ पर कर रहे हैं, गेंद हवा में कितनी घूम रही है.’’