BCCI को संजीव गुप्ता के ईमेल की जांच करनी चाहिए, जानिए किसने और क्‍यों कही ये बात

मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता को कई क्रिकेटरों के खिलाफ हितों के टकराव का मामला उठाने के लिए जाना जाता है. उन्होंने शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया और संजय जगदाले को एक मेल भेजा था.

author-image
Pankaj Mishra
एडिट
New Update
bcci

bcci( Photo Credit : gettyimages)

मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) (MPCA) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता (Sanjeev Gupta) को कई क्रिकेटरों के खिलाफ हितों के टकराव का मामला उठाने के लिए जाना जाता है. उन्होंने शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और संजय जगदाले (Sanjay Jagdale) को एक मेल भेजा था. संजीव गुप्ता ने स्वीकार किया है कि उन्हें कई लोगों ने ड्राफ्ट मेल के लिए कहा था. अब आईपीएल के याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा (Aditya Verma) का मानना है कि बीसीसीआई को तुरंत इस मामले की जांच करनी चाहिए. आदित्‍य वर्मा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि यह न केवल एमपीसीए में संजीव गुप्ता के मेल को लेकर है, बल्कि उन मेल के बारे में भी जो संजीव गुप्ता ने मौजूदा और पूर्व क्रिकेटरों को लेकर किया है. 

Advertisment

यह भी पढ़ें ः इंग्‍लैंड के कप्‍तान इयॉन मोर्गन रचना चाहते हैं नया इतिहास, जो अभी तक कोई कप्‍तान नहीं कर सका

आदित्‍य वर्मा ने कहा, यह मेल संजीव गुप्ता द्वारा निश्चित रूप से स्वीकार किया गया है कि वह अपने एसोसिएशन में व्यक्तियों के खिलाफ तुच्छ मुद्दों को उठाने का काम कर रहा है और वही चीजें जो उन्हें बीसीसीआई में भी करनी चाहिए. उन्होंने कहा, यह न्याय के प्रशासन के साथ हस्तक्षेप है और यह न केवल बीसीसीआई और राज्य संघों के काम को बाधित कर रहा है, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की ईमानदारी से लागू करने के साथ भी खेल रहा है, जिससे असंतुष्ट लोग आदेशों का दुरुपयोग कर रहे हैं और इस तरह के दुरुपयोग के लिए संजीव गुप्ता उनके हथियार बन गए है. आदित्‍य वर्मा ने कहा, अदालत को इस गंभीर मामले की जांच का आदेश देना चाहिए. मैं सौरव गांगुली और जय शाह से भी अनुरोध करता हूं कि वे इसकी जांच के लिए तुरंत एक पैनल का गठन करें और देखें कि इसके पीछे कौन है. ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें जो बीसीसीआई, इसके पदाधिकारियों, क्रिकेटरों और अन्य राज्य संघों को दागदार करने में लोगों की मदद कर रहे हैं. भारतीय क्रिकेट सर्वोपरि है और किसी का व्यक्तिगत एजेंडा क्रिकेट से बड़ा नहीं हो सकता.

यह भी पढ़ें ः CWC19 Final के अनसुने किस्‍से, जो आपने अभी तक कभी नहीं सुने होंगे

आदित्‍य वर्मा ने आगे कहा कि गुप्ता ने पहले भी सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, तो क्या वे भी किसी और के इशारे पर थे? उन्होंने कहा, इससे पहले संजीव गुप्ता ने सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और अन्य दिग्गज खिलाड़ियों के खिलाफ शिकायतें दर्ज की थी. अब एक सवाल पूछने की जरूरत है कि क्या वे शिकायतें किसी और के इशारे पर दायर की गई थीं? क्या संजीव गुप्ता का नाम केवल एक मोहरा था और इसके पीछे कोई और था? यह जानना दिलचस्प होगा कि सभी ने आज तक अपनी सेवाओं का इस्तेमाल किसके लिए किया है. वर्मा ने कहा, मैं एक बार फिर से एमपीसीए के अधिकारियों से संजीव गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील करता हूं क्योंकि एमपीसीए, बीसीसीआई की एक संबद्ध इकाई है, और अगर संजीव गुप्ता का आजीवन सदस्य बीसीसीआई के हितों के खिलाफ काम कर रहा है, तो उन्हें तुरंत निष्कासित कर दिया जाना चाहिए.

Source : IANS

Sourav Ganguly sanjeev gupta ipl bcci
      
Advertisment