logo-image

AUSvIND Test : चेतेश्वर पुजारा ने 148 गेंद बाद जड़ा पहला चौका, अब कही ये बात 

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के बाद टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि पहले दिन के पहले दो सेशन की रणनीति पर उन्हें कोई भी खेद नहीं है.

Updated on: 17 Dec 2020, 07:16 PM

एडीलेड :

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के बाद टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि पहले दिन के पहले दो सेशन की रणनीति पर उन्हें कोई भी खेद नहीं है. दरअसल चेतेश्वर पुजारा को अपना पहला चौका जड़ने के लिए 148 गेंदों तक इंतजार करना पड़ा, लेकिन भारत के इस सीनियर बल्लेबाज को ऐसा नहीं लगता है. पुजारा को नहीं लगता कि उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ गुलाबी गेंद से खेले जा रहे पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन गुरुवार को बेहद धीमी बल्लेबाजी की. भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 233 रन बनाए हैं जिसमें चेतेश्वर पुजारा के 160 गेंदों पर बनाए गये 43 रन भी शामिल हैं. 

यह  भी पढ़ें : मोहम्मद आमिर को क्या सच में मानसिक प्रताड़ना मिली, PCB ने दिया ये जवाब

चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि पहली पारी में 350 रन का स्कोर अच्छा होगा. पुजारा से मैच के बाद पूछा गया कि क्या वह अपनी पारी में थोड़ा तेजी दिखा सकते थे तो सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने न में जवाब दिया. उन्होंने भारत के पहले सेशन में 41 और दूसरे सेशन में 66 रन बनाने का बचाव किया. उन्होंने कहा, नहीं कतई नहीं. पहले दो सत्र में हम बहुत अच्छी स्थिति में थे. पुजारा ने कहा, जब गेंद स्विंग कर रही थी तो हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत थी कि हम विकेट न गंवाएं. यह टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से शानदार दिन था और रणनीति को लेकर हमें कोई खेद नहीं है. हम शॉट खेलकर अधिक विकेट नहीं गंवा सकते थे और नहीं चाहते थे कि हमारी पूरी टीम दिन में आउट हो जाए. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी शैली का भी बचाव किया क्योंकि विकेट शॉट खेलने के लिये उपयुक्त नहीं था. पुजारा ने कहा, टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की जरूरत होती है. अगर विकेट सपाट होता है तो आप आक्रामक हो सकते हो लेकिन जब उससे गेंदबाजों को मदद मिल रही हो तो आप बहुत अधिक शॉट नहीं खेल सकते.

यह  भी पढ़ें : विराट कोहली करियर में दूसरी बार टेस्ट में रन आउट,  एडिलेड से है खास नाता, जानिए यहां 

उन्होंने कहा, विदेशी परिस्थितियों में आप (पहली पारी में) 200 से कम का स्कोर नहीं चाहते. पहले दो सत्र में गेंदबाज और पिच दोनों तरोताजा थे.  पुजारा का मानना है कि मैच पर अभी दोनों टीमों की समान पकड़ बनी हुई है हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कप्तान विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के आउट होने से आस्ट्रेलिया थोड़ा फायदे की स्थिति में है. डिनर ब्रेक के बाद नाथन लियोन और पुजारा के बीच गजब की जंग देखने को मिली और भारतीय बल्लेबाज ने आस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर की पिछले पांच वर्षों में विश्वस्तरीय गेंदबाज बनने के लिये प्रशंसा की. पुजारा ने कहा, उसने गेंदबाजी में काफी सुधार किया है. उसकी लाइन व लेंथ वास्तव में सुधरी है. वह चुनौती पसंद करता है और उसका सामना करते हुए आपको भी उस चुनौती का सामना करने के लिये तैयार होना पड़ता है.