logo-image

विश्व कप 2011 फाइनल पर पहली बार बोले अरविंद डी सिल्‍वा, कहा- सचिन और भारत..

श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेटर अरविंद डी सिल्वा ने देश के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंद अल्थगमागे के 2011 विश्व कप फाइनल फिक्स होने के दावों पर आईसीसी, बीसीसीआई और श्रीलंका क्रिकेट एसएलसी से जांच शुरू करने का अनुरोध किया है.

Updated on: 22 Jun 2020, 02:41 PM

New Delhi:

श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेटर अरविंद डी सिल्वा (Arvind de Silva) ने देश के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंद अल्थगमागे (Mahindanand Althagamage) के 2011 विश्व कप फाइनल (World Cup 2011 Final) फिक्स होने के दावों को झूठ बताया है. उन्होंने हालांकि इस मामले में अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) (ICC), भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई)(BCCI) और श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) (SLC) से जांच शुरू करने का अनुरोध किया है. अरविंद डी सिल्वा ने श्रीलंकाई अखबार संडे टाइम्स (Sunday Times) से कहा, हम हमेशा लोगों को झूठ से दूर नहीं रख सकते. मैं आईसीसी, बीसीसीआई और श्रीलंका क्रिकेट से इस मामले की जांच शुरू करने का अनुरोध करता हूं.

यह भी पढ़ें ः गैरी सोबर्स और विवियन रिचडर्स पर भी की गई थी गलत टिप्‍पणी, इयान चैपल ने किया याद

अरविंद डीसिल्‍वा ने कहा भारत ने साल 2011 का विश्व कप जीता. सचिन तेंदुलकर जैसे कई खिलाड़ी अपने जीवन के इन पलों को संजोते हैं. मुझे लगता है कि अगर इस विश्व कप के फिक्स होने की जांच होती है, तो यह सचिन तेंदुलकर और भारत के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के हित में होगा. यह भारत सरकार और उनके क्रिकेट बोर्ड का कर्तव्य है कि वह उठ रहे इस मुद्दे की निष्पक्ष जांच शुरू करें. डी सिल्वा ने कहा कि जब इस तरह के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं, तो यह बहुत सारे लोगों को प्रभावित करता है. इस मामले में न केवल हम, चयनकर्ताओं, खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन और वह भारतीय क्रिकेटर भी प्रभावित होंगे, जिन्होंने विश्व खिताब जीता था. हमें एक बार सभी के लिए यह स्पष्ट करना होगा कि हम जिस खेल से प्यार करते हैं, वह निष्पक्ष है.

यह भी पढ़ें ः डेरेन सैमी बोले, युवा क्रिकेटरों को नस्लवाद की शिक्षा देना जरूरी, जानिए क्‍या है मामला

इससे पहले देश के पूर्व खेल मंत्री अल्थगमागे ने एक साक्षात्कार में कहा था कि मुंबई में मेजबान भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया विश्व कप 2011 का फाइनल मुकाबला फिक्स था. अल्थगमागे ने न्यूज फस्र्ट से कहा था कि साल 2011 में खेला गया विश्व कप फाइनल फिक्स था. मैं अपने बयान पर कायम हूं. यह उस समय हुआ था जब मैं खेल मंत्री था. अपने देश की प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए और अधिक खुलासे नहीं करना चाहता हूं. भारत के खिलाफ उस मैच को हम जीत सकते था. उन्होंने कहा था, मैं अपने बयान की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और बहस के लिए तैयार हूं. मैं इसमें खिलाड़ियों को शामिल नहीं करूंगा लेकिन कुछ समूह जरूर इस मैच को फिक्स करने में शामिल थे. मंत्री के इस दावे के बाद श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा और पूर्व बल्लेबाज महेला जयवर्धने ने उनसे सबूत पेश करने को कहा था.

यह भी पढ़ें ः IPL 2020 में खेलने की तैयारी में हैं आस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ी, डेविड वार्नर ने किया खुलासा

दो अप्रैल, 2011 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले को भारतीय टीम ने छह विकेट से जीता था. श्रीलंका को लगातार दूसरी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था. मंत्री के दावे के बाद श्रीलंका के खेल मंत्रालय ने 2011 विश्व कप फाइनल में फिक्सिंग के आरोपों की जांच शुरू कर दी है. मंत्रालय की विशेष जांच इकाई इस मामले की जांच करेगी. 2011 विश्व कप फाइनल में संगकारा टीम के कप्तान थे. उन्होंने कहा कि इस आरोप की तह तक पहुंचना सबसे अच्छी बात होगी. संगकारा ने न्यूज फस्र्ट से कहा था, तब किसी को भी अटकलें लगाने की जरूरत नहीं होगी और वे इसकी तह तक जा सकते हैं. यही कार्रवाई का सबसे विवेकपूर्ण तरीका होना चाहिए.

(इनपुट आईएएनएस)