logo-image

एडम गिलक्रिस्ट बोले, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को सैंडपेपर गेट की पूरी जांच करनी चाहिए थी

ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए मैच में बॉल टेंपरिंग का विवाद एक बार फिर से बढ़ता दिख रहा है. कैमरून बैनक्रॉफ्ट ने इस मामले में जो कुछ भी कहा है, उसके बाद लगातार सवाल उठ रहे हैं.

Updated on: 18 May 2021, 08:48 AM

सिडनी :

ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए मैच में बॉल टेंपरिंग का विवाद एक बार फिर से बढ़ता दिख रहा है. कैमरून बैनक्रॉफ्ट ने इस मामले में जो कुछ भी कहा है, उसके बाद लगातार सवाल उठ रहे हैं. अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट का कहना है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया यानी सीए को 2018 में हुए गेंद से छेड़छाड़ मामले की पूरी जांच करनी चाहिए थी. एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि अगर सीए इसकी अच्छे से जांच कराता तो इसको लेकर अभी सवाल नहीं खड़े किए जाते. एडम गिलक्रिस्ट ने कहा है कि मेरे ख्याल से इसको लेकर जो लगातार सवाल उठ रहे हैं उसके लिए सीए जिम्मेदार है. जब उन्होंने इस मामले की जांच की थी तो पैटी हॉवर्ड हाई परफॉरमेंस जनरल मैनेजर और इयान रॉय इंटिग्रिटी अधिकारी थे.

यह भी पढ़ें : सचिन तेंदुलकर का खुलासा, भारत के लिए खेलते वक्त रातों की नींद हराम थी

एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कहा कि ये दोनों वहां गए और जल्दी से फैसला सुना दिया जिस बारे में किसी को टीम में पता नहीं था. सोमवार को ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी माइकल क्लार्क ने कहा कि उन्हें कैमरून बैनक्रॉफ्ट की इस बात से हैरानी नहीं हुई कि इस मामले को लेकर गेंदबाजों को सब पता था. बैनक्रॉफ्ट स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के बाद ऐसे तीसरे खिलाड़ी थे जिन्हें इस मामले में शामिल होने के लेकर प्रतिबंध झेलना पड़ा था.

यह भी पढ़ें : एमएस धोनी ने की रविंद्र जडेजा की तरह ‘तलवारबाजी’, CSK का Video वायरल 

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेट कीपर एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि सीए वहां जाना चाहती थी. वह लोग इस मामले की जड़ तक जाना ही नहीं चाहते थे. उन्होंने कहा कि सीए ने अच्छे से जांच ही नहीं की. वैश्विक क्रिकेट में कई लोगों ने इस बात को स्वीकार किया था कि कई टीमें ऐसा करती हैं.  बता दें कि 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के खिलाफ बैनक्रॉफ्ट को गेंद पर सैंडपेपर का इस्तेमाल करते पकड़ा गया था. इस मामले की सीए ने जांच की थी जिसके बाद स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और बैनक्रॉफ्ट पर प्रतिबंध लगाया गया था. साथ ही स्टीव स्मिथ को तुरंत कप्तानी पद से भी हटा दिया गया था.