India China Pakistan: पाकिस्तान के साथ बड़ा खेला हो गया. भारत और चीन बैठक के बीच उसे ऐसा तगड़ा झटका लगा है कि पूरी तरह से उसकी कमर टूट गई. वर्ल्ड बैंक ने उसको $500 मिलियन का लोन देने से इनकार कर दिया. ऐसा होने से आर्थिक संकट और एनर्जी क्राइसिस से जूझ रहा पाकिस्तान खून के आंसू रोने को मजबूर है. चीन को पाकिस्तान का करीबी दोस्त बताया जाता है, लेकिन अब वही उसकी मुश्किलों के बढ़ने का कारण बन गया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि पाकिस्तान के साथ कैसे इतना बड़ा गेम हो गया है.
जरूर पढ़ें: Google Willow: क्या है गूगल विलो, 30 साल पुराने चैलेंज को सॉल्व कर बनाया ‘सुपरब्रेन’, यूं बदलकर रख देगी दुनिया
PAK ने वर्ल्ड बैंक से मांगा था लोन
एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने वर्ल्ड बैंक से 500 मिलियन डॉलर का लोन मांगा था. उसने ये लोन अपनी आर्थिक जरूरतों और एनर्जी क्राइसिस से निपटने के लिए मांगा था, लेकिन वर्ल्ड बैंक ने उसे ये लोन देने से मना कर दिया. वजह, पाकिस्तान और चीन के बीच हुए पावर परचेज एग्रीमेट में जिनपिंग सरकार ने सख्त शर्तें लगाई हैं. साथ ही पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है. मौजूदा स्थिति में पाकिस्तान इस कर्ज को किसी भी तरह से लौटाने की स्थिति में नहीं दिख रहा है.
जरूर पढ़ें: Mirror Bacteria: लैब में गलती से बन गया ‘कोरोना का बाप’, जानें क्या है मिरर बैक्टेरिया, इंसानों का होगा खात्मा!
PAK को लोन नहीं मिलने में चीन का रोल
वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान से कहा कि उसे लोन तभी मिलेगा जब वो चीन के साथ किए अपने पावर परचेज एग्रीमेंट को रिवाइज करे. इस डील के तहत चीन ने पाकिस्तान को लगभग 15 बिलियन डॉलर का लोन दिया है. इसमें से आधा पैसा चीन पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के लिए है और 2 बिलियन डॉलर का लोन सर्कुलर डेट का हिस्सा था. पाकिस्तान ने इस एग्रीमेंट में चीन से शर्तों को आसान बनाने के लिए बातचीत की, लेकिन चीन ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया.
जरूर पढ़ें: Bangladesh से India के लिए बुरी खबर, लोमड़ी जैसी चालकी दिखा रही यूनुस सरकार, चीन के साथ मिल चली ये धूर्त चाल!
बुरी तरह से कर्ज में डूबा पाकिस्तान
पाकिस्तान और चीन की दोस्ती पर आर्थिक तनाव का साया पड़ गया है. चीन ने जिस तरह पाकिस्तान को मना किया है. उससे यही समझ आता है कि चीन की प्राथमिकताएं बदल रही हैं. वहीं, भारत और चीन के बीच हुई हालिया बैठक ने पाकिस्तान के लिए सिचुएशन को और भी पेचीदा बना दिया है. इस मीटिंग में भारत-चीन के बीच सीमा पर शांति बहाल करने और व्यापार बढ़ाने पर चर्चा हुई. पाकिस्तान चीन को अपना मजबूत दोस्त कहता है, लेकिन अब उसकी वजह से पाकिस्तान कर्ज में डूबा हुआ है, ऊपर से लोन में साथ न देकर उसकी मुश्किलों को और बढ़ा दिया है.
जरूर पढ़ें: Google Willow: क्या है गूगल विलो, 30 साल पुराने चैलेंज को सॉल्व कर बनाया ‘सुपरब्रेन’, यूं बदलकर रख देगी दुनिया