logo-image

जनरल नरवणे को अगले CDS की अप्रैल में दी जा सकती है कमान

चीन-पाकिस्तान और अंदरूनी शत्रुओं से जूझ रहे देश की वाह्य और आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभा रहे जनरल रावत के उत्तराधिकारी बतौर थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का नाम वरिष्ठता के लिहाज से सबसे आगे है.

Updated on: 28 Jan 2022, 08:24 AM

highlights

  • पहले सीडीएस जनरल रावत की हादसे में मौत के बाद खाली है पद
  • थल सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे का कार्यकाल अप्रैल में हो रहा खत्म
  • वरिष्ठता और शेटाकर समिति के लिहाज से नरवणे ही प्रबल दावेदार

नई दिल्ली:

देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत  (Bipin Rawat) की हेलीकॉप्टर हादसे में मृत्यु के बाद अगले सीडीएस को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है. नये सीडीएस के नाम की घोषणा में हो रही देरी से इस कयास को मजबूती मिल रही है कि सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे  (MM Naravane) ही अगले सीडीएस होंगे. उनका कार्यकाल पूरा होने में तीन महीने बाकी हैं. ऐसे में नए सीडीएस की नियुक्त का ऐलान अप्रैल में हो सकता है. नए सीडीएस के नाम की घोषणा में यह देरी तब हो रही है, जब चयन के लिए बनी समिति अपनी लिस्ट सौंप चुकी है. गौरतलब है कि जनरल बिपिन रावत को भी कार्यकाल पूरा होने के बाद ही सीडीएस नियुक्त किया गया था. विद्यमान हालातों में सीडीएस जैसे पहले सर्वोच्च पद के लिए मोदी सरकार (Modi Government) को सधे कदमों से ही आगे बढ़ना होगा. 

ढाई मोर्चों पर जंग के हालात में सीडीएस का पद खाली
ढाई मोर्चों पर जंग जैसे हालात के बीच देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की बुधवार को हुई असामयिक मौत ने मोदी सरकार के समक्ष उनके उत्तराधिकारी को लेकर यक्ष प्रश्न खड़ा कर दिया है. चीन-पाकिस्तान और अंदरूनी शत्रुओं से जूझ रहे देश की वाह्य और आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभा रहे जनरल रावत के उत्तराधिकारी बतौर थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का नाम वरिष्ठता के लिहाज से सबसे आगे है. आमतौर पर सेना के तीनों अंगों के प्रमुख के चयन की परिपाटी स्पष्ट है.

यह भी पढ़ेंः दिल्ली समेत उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत में जारी रहेगी शीत लहर, दिन भी ठंडा रहेगा

फिलहाल वरिष्ठ जनरल है नरवणे
पहले सीडीएस बिपिन रावत की हादसे में मृत्यु के करीब डेढ़ महीना गुजर जाने के बाद भी मोदी सरकार ने नए सीडीएस की नियुक्ति पर कोई निर्णय नहीं लिया है. सेना प्रमुख नरवणे का कार्यकाल 30 अप्रैल तक है. सरकार कार्यकाल पूरा होने से पहले उन्हें अगला सीडीएस नियुक्त कर सकती है. नरवणे अभी वरिष्ठत जनरल हैं तथा वह तीनों सेनाओं के प्रमुखों की कमेटी के अध्यक्ष भी हैं. नियमानुसार सेवारत जनरल और उसके समकक्ष अधिकारी को सीडीएस नियुक्त किया जा सकता है. इनमें नौसेना एवं वायुसेना प्रमुख भी आते हैं. हालांकि जनरल के पद पर प्रोन्नत होने की योग्यता रखने वाला लेफ्टिनेंट जनरल भी सीडीएस नियुक्त किया जा सकता है. 

थल सेनाध्याक्ष होंगे मोहंती-जोशी में से कोई
अगर वरिष्ठता को पैमाना माना जाए तो थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे का नाम सबसे पहले आता है. वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार दोनों ही वरिष्ठता के लिहाज से जनरल नरवणे से दो साल जूनियर हैं. हालांकि अगर जनरल नरवणे को सीडीएस की अहम जिम्मेदारी सौंपी जाती है, तो मोदी सरकार को तुरंत ही नए थल सेनाध्यक्ष का चयन भी करना होगा. थल सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती और नॉर्दन आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वायके जोशी थलसेनाध्यक्ष एमएम नरवणे के बाद थल सेना में दूसरे नंबर के सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं. 

यह भी पढ़ेंः Omicron का सब-वेरिएंट BA.2 के बढ़ रहे मामले, वैक्सीन ही रोकेगी प्रसार

शेटाकर समिति के अनुसार भी जनरल नरवणे सबसे आगे
अगर सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीबी शेटाकर समिति की अनुशंसाओं को माना तो सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों में से ही किसी एक को सीडीएस के पद की अहम जिम्मेदारी दी जाएगी. ऐसे में भी जनरल एमएम नरवणे के नाम सबसे आगे दिखता है, जिन्हें अगले साल अप्रैल में रिटायर होना है. हालांकि अगर उन्हें सीडीएस बनाया जाता है, तो रिटायरमेंट की सीमा बेमानी हो जाएगी. सैन्य सुरक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े शीर्ष अधिकारियों औऱ सामरिक विशेषज्ञों का भी यही मानना है कि देश जिस तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है, उसमें थल सेना से ही अगले दो-तीन सीडीएस का चुनाव होना चाहिए.

सीडीएस बनने के लिए 4 स्टार जनरल होना जरूरी
सीडीएस बनने के लिए 4 स्टार जनरल होना जरूरी है, जो तीनों सेनाओं के प्रमुख होते हैं. ऐसे में जो अधिकारी 4 स्टार जनरल बनने के योग्य हो चुका है, उसकी नियुक्ति पर भी विचार किया जा सकता है. ऐसे में सरकार के लिए यह बाध्यता नहीं है कि वह तीनों सेना प्रमुखों में से ही किसी एक को बनाए. उनके पीछे के रैंक में जो फोर स्टार जनरल बनने के योग्य है, उसके नाम पर भी विचार किया जा सकता है. इस लिहाज से उप सीडीएस के रूप में कार्य कर रहे एयर मार्शल बीआर कृष्णा भी दौड़ में माने जा रहे हैं.