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देश के पहले स्वदेश निर्मित एमआरएनए कोविड वैक्सीन को मिली डीसीजीआई की मंजूरी

देश के पहले स्वदेश निर्मित एमआरएनए कोविड वैक्सीन को मिली डीसीजीआई की मंजूरी

Updated on: 29 Jun 2022, 03:00 PM

नई दिल्ली:

भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने देश के पहले स्वदेशी एमआरएनए कोविड टीके को मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी 18 साल और उससे अधिक आयु के लोगों के आपात इस्तेमाल के लिए दी गई है।

इस वैक्सीन को बनाने वाली कंपनी जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि उसकी एमआरएनए वैक्सीन जेम्कोवैक-19 को डीसीजीआई से आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है।

जेनोवा एम्क्यूर फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड की सहायक इकाई है।

यह वैक्सीन दो डोज वाली है और इसे 28 दिन के अंतराल पर देना होता है। जेम्कोवैक-19 देश में विकसित पहली एमआरएनए कोविड वैक्सीन है और दुनिया में यह ऐसी तीसरी वैक्सीन है।

कंपनी ने कहा है कि उसका लक्ष्य हर माह 40 से 50 लाख डोज बनाने का है और यह उत्पादन क्षमता तेजी से दोगुनी की जा सकती है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.