Mahakumbh 2025: प्रयागराज में मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में भगदड़ के दौरान लापता हुए खूंटी गुरु को सभी मृत मान चुके थे. हादसे के बाद से उनका कोई पता नहीं चल रहा था, जिससे उनके जानने वालों ने हार मानकर उनकी तेरहवीं की तैयारियां शुरू कर दी थीं. मोहल्ले में भोज की तैयारियां हो रही थीं, रिश्तेदार अंतिम संस्कार की रस्में पूरी करने में व्यस्त थे. इसी बीच एक ऐसा चमत्कार हुआ, जिसने सभी को अवाक कर दिया.
शाम के समय जैसे ही लोग भोज के लिए सामग्री जुटा रहे थे, अचानक ई-रिक्शा से उतरकर खूंटी गुरु स्वयं घर के सामने आकर खड़े हो गए. उन्हें देखकर वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें फटी रह गईं. कुछ पल के लिए किसी को समझ ही नहीं आया कि ये सच है या भ्रम. उन्हें देखकर लोग भावुक हो गए और कुछ देर के लिए माहौल स्तब्ध हो गया.
खूंटी गुरु ने बताया कि भगदड़ के दौरान वे किसी तरह खुद को बचाकर एक अजनबी की मदद से एक आश्रम में पहुंचे थे. वहां वे कुछ दिनों तक रहे, लेकिन किसी से संपर्क नहीं कर पाए. जब स्थिति सामान्य हुई तो उन्होंने प्रयागराज के एक श्रद्धालु से मदद मांगी जिन्होंने उन्हें सही सलामत घर तक पहुंचा दिया.
उनके परिवार में अब कोई नहीं है, वो अकेले रहते हैं और मोहल्ले के लोगों से उनकी अच्छी बनती है. यही कारण था कि उन्हे देखकर मोहल्ले के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. जहां कुछ देर पहले मातम का माहौल था, वहां अचानक खुशियों की बौछार हो गई. भक्तों ने भगवान का धन्यवाद किया और खूंटी गुरु के सुरक्षित लौटने का जश्न मनाने लगे. इस घटना ने साबित कर दिया कि कभी-कभी जिंदगी ऐसे चमत्कार दिखाती है, जिन पर यकीन कर पाना मुश्किल हो जाता है. वैसे आपको बता दें कि ये सारी जानकारी सोशल मीडिया फेसबुक पर अभय अवस्थी ने शेयर की जो कांग्रेस के नेता भी हैं.
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