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Panchamrit and Charnamrit Photograph: (social media)
krishna janmashtami 2025: हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के बाद प्रसाद बांटने का चलन है. प्रसाद में कई चीजें दी जाती हैं, जिसमें चरणामृत और पंचामृत भी शामिल हैं. आपमें से शायद ही कोई हो, जिसने आज तक इसे ना चखा हो. लेकिन, क्या आपको मालूम है कि पंचामृत और चरणामृत में क्या अंतर होता है? अगर नहीं, तो कोई बात नहीं, क्योंकि हम आपको चरणामृत और पंचामृत के बीच के अंतर के बारे में बताने वाले हैं.
क्या है पंचामृत?
पंचामृत का मतलब पांच पवित्र खाद्य पदार्थ से मिलकर बना एक शुद्ध पेय. ये एक पवित्र प्रसाद होता है जो पांच अमृत तत्वों से मिलकर बनता है, जिसमें दूध, दही, घी, शहद और शक्कर शामिल होते हैं. इसे हिंदू और जैन धर्मों में पूजा और अभिषेक के दौरान इस्तेमाल किया जाता है और फिर प्रसाद के रूप में बांटा जाता है.
कैसे बनता है पंचामृत?
पंचामृत को बनाने के लिए आपको 5 चीजों की जरूरत होती है. इसमें दूध, गाय का घी, दही, शहद और शक्कर का इस्तेमाल होता है. इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में दही डालिए और इसे चलाइए. फिर इसमें दूध, चीनी और शहद डालकर मिक्स मिलाइए. अब मखाने को छोटे टुकड़ों में काटिए, साथ ही तुलसी के पत्तों को धोकर इनको भी 2 टुकड़ों में तोड़कर डालिए. आखिर में मखाने को काटकर या साबुत डालिए. इस तरह आपका पंचामृत तैयार है.
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क्या है चरणामृत?
चरणामृत का अर्थ है भगवान के चरणों से प्राप्त अमृत. चरणामृत भगवान विष्णु के चरणों के जल को कहते हैं. इसे तांबे के पात्र में रखा जाता है इसमें तुलसी और तिल मिलाए जाते हैं. जिससे तांबे के औषधीय गुण जल में आ जाते हैं.
कैसे बनता है चरणामृत?
चरणामृत को बनाना बेहद आसान है. इसे बनाने के लिए सबसे पहले आप एक तांबे के बर्तन में जल भरकर उसमें तुलसी पत्ता, तिल और दूसरे औषधीय तत्व मिलाएं. कई जगह पर चरणामृत में दूध भी मिलाया जाता है. इसलिए आप इसमें दूध भी डाल सकते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)