/newsnation/media/media_files/2025/08/14/krishna-janmashtami-2025-2-2025-08-14-15-51-19.jpg)
krishna janmashtami 2025 Photograph: (Freepik)
Janmashtami 2025: हर साल कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद में आती है. जन्माष्टमी का त्योहार उत्साह, उमंद और आनंद का पर्व है. श्रीकृष्ण का रंग, रूप बेहद ही मनमोहक था, श्यामवर्ण वाले कान्हा की एक झलक पाने के लिए गोपियां कई तरह के जतन करती थी. श्रीकृष्ण को कुछ खास रंग बेहद प्रिय थे, कहते हैं कि कृष्ण जन्माष्टमी पर उन रंग के कपड़े पहनने से बाल गोपल की कृपा बरसती है.
एक तरफ जहां मंदिरों में कृष्ण जी के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. वहीं घरों में भी लड्डू गोपाल के भोग के लिए तरह-तरह के व्यंजन और पकवान तैयार किए जाते हैं. कहते हैं कि अगर जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण के प्रिय रंगों के वस्त्र पहनकर पूजा करते हैं तो उनपर बांके बिहारी की विशेष कृपा बरसती है. इस दिन व्रत कर कुछ खास रंगों के वस्त्र पहनने से श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं. आइए आपको बताते हैं.
पीला रंग
भगवान कृष्ण विष्णु के अवतार थे और भगवान नारायण को पीला रंग काफी प्रिय है. जन्माष्टमी के दिन आप पीले रंग के कपड़े पहन सकते हैं. इस रंग के कपड़े पहनने से आपके जीवन में खुशियां और समृद्धि का आगमन होता है. इसके साथ ही कान्हा की कृपा भी भक्तों पर बनी रहती है.
नीला रंग
नीला रंग भगवान कृष्ण का पसंदीदा माना जाता है. जन्माष्टमी के दिन नीले के कपड़े पहनने से मानसिक शांति की अनुभूति होती है. साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
मोर के पंख का रंग
कान्हा जी को मोर पंख बेहद पसंद है. तो जन्माष्टमी के दिन मोर पंख के रंग का कपड़ा पहनना बिल्कुल भी न भूलें. इस रंग के कपड़े पहनकर लड्डू गोपाल की आराधना करने से जीवन में खुशियां के रंग बने रहते हैं.
ये भी पढ़ें- Janmasthami पर अगर टूट जाए व्रत, तो करें ये उपाय, मिलेगा फल
लाल या गुलाबी रंग
जन्माष्टमी के दिन लाल और गुलाबी रंग के कपड़े भी पहन सकते हैं. ये दोनों रंग शुभ माने जाते हैं. लाल रंग उत्साह और उर्जा का प्रतीक माना जाता है. वहीं गुलाबी रंग प्रेम का प्रतीक कहलाता है. जीवन में प्रेम और उत्साह बनाए रखने के लिए आज इन रंगों के कपड़े जरूर पहनें.
हरा रंग
जन्माष्टमी के दिन हरे रंग के कपड़े पहनने से जिंदगी में खुशहाली बनी रहती है. इसके साथ ही बांके बिहारी की कृपा भी प्राप्त होती है.
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन केधर्म-कर्मसेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)