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krishna janmashtami 2025 Photograph: (Freepik)
Janmashtami 2025: जन्माष्टमी का व्रत हिंदू धर्म में बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन को लेकर कई सार नियम बनाए गए हैं. जिसका पालन हर किसी को करना चाहिए. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त को मनाया जाता है. हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का व्रत काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से 100 एकादशी जैसा फल मिलता है.यह व्रत न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि इससे शरीर, मन और आत्मा की शुद्धि भी होती है. हालांकि कई बार लोग गलती से लोगों का यह व्रत टूट जाता है. आइए आपको बताते हैं कि अगर ऐसा हो तो क्या करें.
करें ये उपाय
माफी मांगे
अगर आपसे अनजाने में व्रत टूट जाता है, तो आप भगवान कृष्ण से हाथ जोड़कर माफी मांग सकते हैं. इसके अलावा आप मन ही मन अपनी गलती स्वीकार करें और उनसे प्रार्थना करें कि वो आपको क्षमा करें और आपको व्रत का फल दें.
तुलसी दल
अगर आपने कुछ खा लिया है, तो उसके बाद आप तुलसी दल का सेवन कर सकते हैं. तुलसी को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है और यह हर तरह के दोष को दूर करने में सहायक होती है.
भगवान का नाम लें
व्रत टूटने के बाद भी आप लगातार 'हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे' जैसे महामंत्र का जाप करते रहें. ऐसा करने से मन शुद्ध होता है और भगवान के प्रति आपकी आस्था बनी रहती है.
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दान-पुण्य करें
व्रत टूटने के बाद आप किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन करा सकते हैं या वस्त्र दान कर सकते हैं. दान-पुण्य करने से आपकी गलती का प्रायश्चित होता है और भगवान की कृपा बनी रहती है.
व्रत का संकल्प फिर से लें
अगर संभव हो, तो आप व्रत के बाकी बचे हिस्से के लिए फिर से संकल्प ले सकते हैं. इससे मुरलीधर की कृपा मिल सकती है.
जन्माष्टमी का महत्व
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व का अपने आप में बहुत बड़ा महत्व (Shri Krishna Janmashtami 2025 Importance) है. इस दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. जन्माष्टमी का व्रत करने से भगवान कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके साथ ही संतान सुख और जीवन में सुख-शांति आती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)