logo-image

Shani Gochar 2023 : शनि हो चुके हैं अस्त, भूलकर भी न करें ये काम

शनिदेव जिन्हें कर्मफलदाता कहा जाता है.

Updated on: 31 Jan 2023, 01:29 PM

नई दिल्ली :

Shani Asta 2023 : शनिदेव जिन्हें कर्मफलदाता कहा जाता है.क्योंकि  शनिदेव के पास व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का लेखा-जोखा होता है. उसी हिसाब से शनिदेव आपको अच्छे और बुरे फल देते हैं. वहीं आज दिनांक 31 जनवरी 2023 दिन मंगलवार को तड़के 02:46 मिनट पर अस्त हो चुके हैं ,जो दिनांक 05 मार्च 2023 को रात 08 बजकर 46 मिनट पर उदय होगा. अब ऐसे में जिनके ऊपर शनि की ढैय्या या फिर शनि का दुष्प्रभाव है, उन लोगों को शनि के अस्त होने पर कोई भी गलत काम करने से बचना चाहिए, वरना इसका आपके ऊपर बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है. तो आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि शनि के अस्त होने से जिनकी राशि में शनि का दुष्प्रभाव है, उन्हें कौन सी बुरी आदतों से दूर रहने की जरूरत है.

ये भी पढ़ें-Mahashivratri 2023 : महाशिवरात्रि के दिन बनेगा दुर्लभ संयोग, 4 राशियों को होगा लाभ

 शनि के दुष्प्रभाव से बचना है, तो भूलकर भी न करें ये काम

1.तामसिक भोजन करने से बचें
जो व्यकित तामसिक भोजन का सेवन करते हैं, उन लोगों को फिलहाल अभी मांसाहार भोजन का त्याग कर देना चाहिए. इससे शनिदेव आपसे नाराज हो सकते हैं और आपको किसी काम में कभी सफलता नहीं प्राप्त होगी. 

2.शराब और जुआ खेलने से बचें
जो व्यक्ति शराब ग्रहण करते हैं और जुआ खेलता है, उनसे शनि बेहद नाराज हो जाते हैं और उनके प्रकोप से आपको कभी जीवन में उन्नति नहीं होती है. 

3.बड़ों  का भूलकर भी अनादर न करें
अगर आप अपनों से बड़ों का अनादर करते हैं या फिर दूसरों को हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं. उनसे शनिदेव बेहद रुष्ट हो जाते हैं और उनके जीवन में हमेशा कठिनाइयां बनी रहती है. 

4.अनजाने में जीवों को परेशान न करें
कई बार ऐसा होता है कि लोग बेवजह जीवों को परेशान करते रहते हैं, उन्हें मारते-पीटते रहते हैं. ऐसा भूलकर भी न करें, क्योंकि अगर शनिदेव की दृष्टि आपके ऊपर पड़ी, तो आपके जीवन के सारे मार्ग हमेशा के लिए बंद हो सकते हैं.

ये भी पढ़ें-Magh Purnima 2023: माघ पूर्णिमा के दिन बनेगा दुर्लभ महासंयोग, ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा

 5.सभी के साथ करें सही व्यवहार
जो व्यक्ति कर्मचारियों, असहाय, गरीब से सही ढंग से बर्ताव नहीं करता है, तो उनके ऊपर शनि की सीधी दृष्टि पड़ती है और शनिदेव उन्हें उनके कर्मों के हिसाब से उसका फल देते हैं.