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Ek mukhi Rudraksha Benefits( Photo Credit : social media)
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रुद्राक्ष (rudraksha) की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी. शिव महापुराण में कई रुद्राक्षों के बारे में बताया गया है. इन सभी का अपना अलग महत्व है. लेकिन, आज हम आपको एक मुखी रुद्राक्ष (Ek mukhi Rudraksha Benefits) के फायदों के बारे में बताते हैं.
Ek mukhi Rudraksha Benefits( Photo Credit : social media)
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष (rudraksh) की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी. इसे तभी से आभीषण की तरह धारण किया जाता है. शिव महापुराण में 16 तरह के रुद्राक्षों के बारे में बताया गया है. इन सभी का अपना अलग महत्व है. आपको एक मुखी रुद्राक्ष के फायदों के बारे में बताते हैं. लेकिन, इससे पहले आपको इसे पहनने के महत्व के बारे में बता देते हैं. इसके साथ ही एक दूसरे तरीके से भी रुद्राक्ष (rudraksha benefits) के असली-नकली होने की पहचान की जा सकती है.
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एक मुखी रुद्राक्ष का महत्व
एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से मनुष्य अपने आप को ईश्वर से जुड़ा हुआ महसूस करता है. ये रुद्राक्ष परम शिव की शक्ति का कारक है जो कि जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाता है. इसे मोक्ष प्राप्ति का सबसे सरल साधन कहा जा सकता है. एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आध्यात्मिक कार्यों में रूचि बढ़ती है और साथ ही धारणकर्ता को भौतिक सुखों की भी प्राप्ति होती है. इस रुद्राक्ष के प्रभाव से जातक को अपने जीवन में सफलता मिलती है.
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एक मुखी रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डालें. अगर वह पहले रंग से ज्यादा गहरा दिखता है, तो इसका मतलब है कि ये असली रुद्राक्ष (rudraksha mala benefits) है.
एक मुखी रुद्राक्ष में एक ही धारी होती है. अगर सही तरीके से असली- नकली की पहचान करनी है तो, गर्म पानी में रुद्राक्ष को उबाल लें. अगर रुदाक्ष अपना रंग छोड़ती है, तो इसका मतलब कि वो असली नहीं है.
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बाजारों में आजकल असली नकली कई तरह के रुद्राक्ष मिल रहे हैं. इसमें कई असली तो कई नकली भी होते हैं. नकली रुद्राक्ष धारण करने पर लोगों को पूरे फल की प्राप्ति नहीं हो पाती है. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि असली रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें. एक मुखी रुद्राक्ष अर्ध चंद्रमा के सामनाव होता है या फिर इसकी शेप काजू की तरह होती है.
ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष को धारण करने से लोगों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है. वहीं अगर किसी की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में होने पर भी एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है. माना जाता है कि ये ब्लडप्रेशर और दिल से जुड़ी बीमारियों से भी बचाता है.
ब्रह्मांड की कल्याणकारी वस्तुओं में एक मुखी रुद्राक्ष का नाम सबसे पहले आता है. रुद्राक्ष के प्रभाव से लोग अपनी इंद्रियों को वश में करने में सक्षम होते हैं. धन प्राप्ति में भी एक मुखी रुद्राक्ष फायदेमंद मानी जाती है. वहीं, छात्रों के लिए भी ये बहुत फायदेमंद होती है. करियर में सफलता पाने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह (benefits of wearing rudraksha mala) दी जाती है.