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फाल्गुन में पड़ रहे अमावस्या समेत ये त्योहार, रखें इन बातों का ध्यान

इस साल फाल्गुन का महीना 28 फरवरी से शुरू होने जा रहा है और 28 मार्च को समाप्त होगा. इसे वसंत ऋतु का महीना भी कहा जाता है.

Updated on: 28 Feb 2021, 02:03 PM

नई दिल्ली:

हिंदुओं के एक और बड़े त्योहार होली के कारण हिंदू पंचांग में फाल्गुन माह (Falgun) का खास महत्व है. इसे फागुन के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि फाल्गुन माह नई ऊर्जा और यौवन का महीना होता है. इस साल फाल्गुन का महीना 28 फरवरी से शुरू होने जा रहा है और 28 मार्च को समाप्त होगा. इसे वसंत ऋतु का महीना भी कहा जाता है क्योंकि इस समय भारत में न अधिक गर्मी होती है और न अधिक सर्दी. इस माह में अनेक महत्वपूर्ण पर्व मनाए जाते हैं जिसमें होली (Holi) प्रमुख हैं. फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जानकी जयंती और सीता अष्टमी मनाई जाती है. फाल्गुन कृष्ण पक्ष एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है. वहीं इस महीने में महाशिवरात्रि का पर्व भी मनाया जाता है.

पर्यावरण में नई ऊर्जा का संचार
इस महीने में प्रकृति अपने सुंदर और यौवन रूप में होती है. पर्यावरण में नयापन होता है और नई ऊर्जा का संचार होता है. वहीं इस महीने लोगों में भी नई ऊर्जा देखने को मिलती है. यह महीना पर्यावरण के साथ ही धार्मिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण होता है. फाल्गुन मास में फाल्गुन अमावस्या भी आती है. इस अमावस्या के दिन दान, तर्पण करना शुभ माना जाता है. इस दिन उपवास रखने से व्यक्ति के जीवन मे सुख और समृद्धि आती है. फाल्गुन के अंतिम दिन पूर्णिमा या मास पूरा होने की द्योतक तिथि को होलिका पूजन और दहन के बाद अगले दिन रंग खेलने का रिवाज है.

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फाल्गुन अमावस्या का जानें महत्व
इस महीने में आने वाली फाल्गुन अमावस्या को काफी लाभकारी माना जाता है. इस दिन लोग सुख, संपत्ति और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखते हैं. इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण या श्राद्ध भी किया जाता है. इस साल फाल्गुन अमावस्या 13 मार्च (शनिवार) को है. मान्यता है कि अमावस्या के दिन कुछ बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है जिससे आपके सारे पाप कट जाते हैं और जीवन में खुशहाली आती है. माना जाता है कि फाल्गुन अमावस्या पर देवताओं का निवास संगम तट पर होता है. इस दिन प्रयाग संगम पर स्नान का भी अति महत्व होता है. एक खास बात और बता दें कि फाल्गुन अमावस्या सोमवार, मंगलवार, गुरुवार या शनिवार को होती है तो लोगों के जीवन पर इसका असर सूर्य ग्रहण से भी ज्यादा सकारात्मक होता है. 

फाल्गुन अमावस्या शुभ मुहूर्त
मार्च 12, 2021 को 15:04:32 से अमावस्या शुरू
मार्च 13, 2021 को 15:52:49 पर अमावस्या खत्म

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अमावस्या के दिन ऐसा करें

  • सुबह उठने के बाद दैनिक कार्यों से निवृत होकर गंगा या किसी भी पवित्र नदी में जाकर स्नान करना चाहिए
  • फाल्गुन अमावस्या के दिन गरीबों को दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपके पूर्वज खुश होंगे
  • इस दिन शाम को पीपल के पेड़ के पास सरसों तेल का दीया जलाएं और पीपल पेड़ का सात चक्कर भी लगाएं. ऐसा करते समय अपने पूर्वजों को याद करें
  • फाल्गुन अमावस्या के दिन भगवान शिव, अग्नि देवता और ब्राह्मणों को उड़द दाल, दही और पूरी के रूप में नैवेद्यम जरूर अर्पण करें
  • इस दिन महादेव मंदिर जाकर शिव भगवान को गाय का दूध, दही और शहद से अभिषेक करें. साथ ही काला तिल भी चढ़ाएं

फाल्गुन में इन बातों का रखें ध्यान

  • फाल्गुन महीने में शीतल या सामान्य जल से स्नान करना चाहिए
  • इस महीने में फल का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए
  • इस माह में नियमित रूप से भगवान श्रीकृष्ण की उपासना करनी चाहिए
  • पूजा के दौरान फूलों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए
  • इस महीने में नशीली चीजों और मांस-मदिरा के सेवन से बचना चाहिए
  • इस माह में अपनी साफ सफाई और रहन सहन को लेकर भी सौम्यता और शालिनता बरतनी चाहिए