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Chandrama Gochar Side Effects: गणेश चतुर्थी से पहले चन्द्रमा का मीन राशि में गोचर डालेगा गंभीर प्रभाव, बनते हुए कामों में आएंगी अड़चनें

31 मार्च 2022 को पंचांग के अनुसार चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी की तिथि है. आज चन्द्रमा मीन राशि में गोचर कर रहा है. 5 अप्रैल को पड़ने वाली विनायक चतुर्थी से पहले चन्द्रमा का मीन राशि में गोचर करना कई गंभीर और उल्टे प्रभाव डालेगा.

Updated on: 31 Mar 2022, 10:42 AM

नई दिल्ली :

Chandrama Gochar Side Effects: 31 मार्च 2022 गुरुवार का दिन विशेष और सफलता देने वाले के साथ साथ सावधानी भरा भी है. 31 मार्च 2022 को पंचांग के अनुसार चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी की तिथि है. चंद्रमा आज मीन राशि में रहेगा. ज्योतिषीय शास्त्र के मुताबिक, 5 अप्रैल को पड़ने वाली विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi, 5 April 2022) से पहले चन्द्रमा का मीन राशि में गोचर करना कई गंभीर और उल्टे प्रभाव डालेगा. ऐसे में आपके बनते हुए कामों में भी अड़चनें आ सकती हैं. 

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आज शुक्ल योग का निर्माण हो रहा है. जो प्रात: 11 बजकर 7 मिनट तक रहेगा. पंचांग के अनुसार पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र (Nakshatra, 31 march 2022) है. जो प्रात: 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. आज बुधवार को राहुकाल (Rahukaal, 31 March 2022) दोपहर 1 बजकर 58 मिनट से दोपहर 3 बजकर 31 मिनट तक रहेगा.  

आज गुरुवार के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu Puja) की आराधना करें. पूर्ण विधि विधान से उनकी पूजा अर्चना करें. ग्रंथों में वर्णित जानकारी के मुताबिक, न सिर्फ गुरुवार होने के कारण अपितु चैत्र मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी होने के कारण भी आज के दिन की गई भगवान विष्णु की आरंधना न सिर्फ चन्द्रमा के दोष (Chandrama Dosh) से आपको मुक्ति दिलाएगी अपितु बृहस्पति ग्रह द्वारा आने वाली समस्याओं को भी शांत करने में असहायक साबित होगी. चैत्र मास में भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करने और पीले ही रंग के कपड़े पहनने से भी बृहस्पति ग्रह मजबूत (Make Brihaspati Strong) होता है. 

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बता दें कि, गणेश चतुर्थी से पहले चन्द्रमा का मीन राशि में गोचर करना आज के दिन के साथ आने वाले एक सप्ताह तक आप के जीवन पर असर डाल सकता है. आपके बनते काम भी रुक सकते हैं ऐसे में गणेश स्तुति (Ganesh Stuti) और गणेश चालीसा (Ganesh Chalisa) का पाठ करें और चूंकि नवरात्रि 2 अप्रैल (Chaitra Navratri, 2 April 2022) से शुरू होने वाली है तो दुर्गा सप्तशती का पाठ (Durga Saptshati Path) करना भी न भूलें. ज्योतिष के अनुसार, श्री गणेश माता पार्वती के पुत्र में ऐसे में दोनों माँ पुत्र की एक साथ स्तुति दोगुना लाभ देगी और आपके सभी काम सुचारु रूप से पूर्ण होते चले जाएंगे.

31 मार्च 2022 पंचांग (Aaj Ka Panchang 31 March 2022)
- विक्रमी संवत्: 2078
- मास पूर्णिमांत: चैत्र
- पक्ष: कृष्ण
- दिन: गुरुवार
- ऋतु: वसंत
- तिथि: चतुर्दशी - 12:24:45 तक
- नक्षत्र: शतभिषा - 10:49:08 तक
- करण: शकुन - 12:24:45 तक, चतुष्पाद - 24:06:40 तक
- योग: शुक्ल - 11:07:06 तक
- सूर्योदय: 06:13:05 AM
- सूर्यास्त: 18:38:18 PM
- चन्द्रमा: मीन राशि 
- राहुकाल: 13:58:50 से 15:31:59 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
- शुभ मुहूर्त का समय, अभिजीत मुहूर्त:  12:00:51 से 12:50:31 तक
- दिशा शूल: दक्षिण 

शुभ मुहूर्त का समय (Shubh Muhurt 31 March 2022)
- ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5 बजकर 5 मिनट से 05 बजकर 55 मिनट तक
- विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 16 मिनट तक 
- निशीथ काल मध्‍यरात्रि 12 बजकर 8 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक
- गोधूलि बेला शाम 06 बजकर 10 मिनट से 06 बजकर 34 मिनट तक
- अमृत काल अगले शाम को 6 बजकर 10 मिनट से 7 बजकर 4 मिनट तक

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अशुभ मुहूर्त का समय (Ashubh Muhurt 31 March 2022)
- दुष्टमुहूर्त: 10:21:29 से 11:11:10 तक, 15:19:34 से 16:09:15 तक
- कुलिक: 10:21:29 से 11:11:10 तक
- कंटक: 15:19:34 से 16:09:15 तक
- कालवेला / अर्द्धयाम: 16:58:56 से 17:48:37 तक
- यमघण्ट: 07:02:45 से 07:52:26 तक
- यमगण्ड: 06:13:05 से 07:46:14 तक
- गुलिक काल: 09:19:23 से 10:52:32 तक