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Chanakya Niti: सिर्फ इन तीन बातों का रखें ध्यान, बनी रहती है मां लक्ष्मी की कृपा

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियों को अपनाकर कष्ट से छुटकारा पा सकते हैं और अपने जीवन को खुशहाल और सुखमय बना सकते हैं. चाणक्य ने नीति शास्त्र में तीन बातों का जिक्र किया है जिस पर कोई व्यक्ति ध्यान दे तो उसके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है.

Updated on: 20 Feb 2021, 02:17 PM

highlights

  • आचार्य चाणक्य की नीतियों को अपनाकर कोई भी व्यक्ति सभी तरह के कष्ट से छुटकारा पा सकता है 
  • चाणक्य के नीति शास्त्र में तीन बातों का जिक्र है, जिस पर ध्यान देने पर घर में मां लक्ष्मी का वास होता है 

नई दिल्ली:

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने कई शास्त्रों की रचना की है जिसमें नीति शास्त्र काफी लोकप्रिय है. चाणक्य को बहुत से विषयों की काफी गहरी जानकारी थी. मनुष्यों को जीवन को सुखमय और आनंदमय बनाने के लिए चाणक्य ने नीति शास्त्र में कई महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं. कोई भी व्यक्ति आचार्य चाणक्य की बताई गई इन नीतियों को जानकर लाभ उठा सकता है. आचार्य चाणक्य (Chanakya Ke Anmol Vachan) की नीतियों को अपनाकर सभी तरह के कष्ट से छुटकारा पा सकते हैं और अपने जीवन को खुशहाल और सुखमय बना सकते हैं. आचार्य चाणक्य (Chanakya Quotes) ने नीति शास्त्र में तीन बातों का जिक्र किया है जिस पर अगर कोई व्यक्ति ध्यान दे तो उसके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. ऐसा करने वाले व्यक्ति के घर में सुख और समृद्धि भी आती है. आज की इस रिपोर्ट में हम उन नीतियों के बारे में चर्चा करने की कोशिश करते हैं. 

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ज्ञानवान व्यक्ति को सम्मान मिलने वाली जगह पर होता है मां लक्ष्मी का वास 
आचार्य चाणक्य विद्वान और कुशाग्र बुद्धि के व्यक्ति थे. उन्होंने कहा है कि किसी भी मनुष्य को मूर्खों की पूजा नहीं करनी चाहिए. मतलब यह कि मूर्खों की बातों पर ध्यान बिल्कुल भी नहीं देना चाहिए. उनका मानना है कि मूर्ख व्यक्ति के मुख से प्रशंसा सुनने से बेहतर है कि किसी भी ज्ञानवान व्यक्ति से डांट सुन ली जाए. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस जगह पर ज्ञानवान व्यक्ति का सम्मान होता है और उनकी बातों को मान सम्मान के साथ माना जाता है, ऐसी जगह पर मां लक्ष्मी का वास जरूर होता है. 

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अनाज का सम्मान करना किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है. इसीलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में अनाज का सम्मान किया जाता है और ऐसे घर में अन्न की किसी भी तरह की बर्बादी नहीं जाती है तो उस घर के अन्न के भंडार हमेशा भरे हुए होते हैं. उस घर के लोग कभी भी भूखे नहीं मरते हैं. चाणक्य कहते हैं कि इस तरह के घर में मां लक्ष्मी का वास स्वयं होता है और वे इस घर में बगैर बुलाए ही चली आती हैं. आचार्य चाणक्य का कहते हैं कि जिस घर में पति और पत्नी के बीच कभी कलह नहीं होती हो और घर में किसी भी प्रकाल से लड़ाई झगड़ा नहीं होता हो तो. साथ किसी भी तरह का क्लेश नहीं होता हो और परिवार के सभी सदस्य एक दूसरे से प्रेम और सम्मान से बात करते हों तो इस तरह के घर में मां लक्ष्मी का वास रहता है. चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में हमेशा शांति बनी रहती है तो इस तरह का घर हमेशा धन धान्य से भरा हुआ रहता है.