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Budhwa Mangal 2022, Vishesh Mantra: ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले ये 5 मंगल हैं मंत्र सिद्धि के लिए सर्वश्रेष्ठ, हनुमान जी का प्रत्यक्ष रूप से मिलता है आशीर्वाद

Budhwa Mangal 2022: शास्त्रों में ऐसे कुछ विशेष मंत्रों के बारे में बताया गया है जिनके बुढ़वा मंगल के दौरान निरंतर जाप से हनुमान जी के प्रत्यक्ष रूप से दर्शन होते हैं और आ जीवन उनका साथ एवं आशीर्वाद हर कार्य में मिलता है.

Updated on: 18 May 2022, 01:17 PM

नई दिल्ली :

Budhwa Mangal 2022: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित है. ये दिन हनुमान जी की आराधना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है. वहीं, ज्येष्ठ मास में आने वाले मंगलवार को बुढ़वा मंगल या फिर बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है. हनुमान जी की पूजा के लिए बुढ़वा मंगलवार को अत्यंत ही शुभ और खास माना जाता है. इन दिनों में हनुमान जी की पूजा-अर्चना से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस बार ज्येष्ठ महीने में कुल 5 मंगलवार पड़ेंगे. वहीं इस महीने का पहला बड़ा मंगलवार 17 मई यानी कि कल पड़ा था. शास्त्रों में ऐसे कुछ विशेष मंत्रों के बारे में बताया गया है जिनके बुढ़वा मंगल के दौरान निरंतर जाप से हनुमान जी के प्रत्यक्ष रूप से दर्शन होते हैं और आ जीवन उनका साथ एवं आशीर्वाद हर कार्य में मिलता है. ऐसा इसलिए क्यों कि ज्येष्ठ में पड़ने वाले मंगलवारों को मंत्र सिद्धि के लिए भी जाना जाता है. इस माह के प्रत्यीक मंगलवार को किसी भी एक मंत्र का निरंतर जाप उसे सिद्ध बना सकता है और व्यक्ति को इश्वर के प्रत्यक्ष रूप में दर्शन प्राप्त हो सकते हैं. 

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हनुमान जी के प्रभावशाली मंत्र 

1. ओम ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।
बड़ा मंगल पर आप हनुमान जी के इस मंत्र का जाप कर सकते हैं. मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से हर प्रकार की बाधा का नाश होता है.

2. ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय
धार्मिक मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से व्यक्ति प्रेत बाधा एवं अन्य नकारात्मक शक्तियों से बचा रहता है.

3. नारसिंहाय ॐ हां हीं हूं हौं हः सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहाः
हनुमान जी का ये मंत्र भी प्रेत बाधा और अन्य नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है. इस मंत्र का जाप कम से कम 11 या 21 बार किया जाना चाहिए.

4. ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा।
मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से शत्रु हावी नहीं हो पाते.

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5. मर्कटेश महोत्साह सर्वशोक विनाशन।
कहा जाता है कि इस मंत्र के जाप से नौकरी में आ रही बाधा दूर होती है. इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप जरूर करना चाहिए.

6. मंगल भवन अमंगलहारी द्रवहु सो दशरथ अजिर विहारी।
कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति इस मंत्र का जाप रोजाना सच्चे मन से करता है, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.

7. ऊं हं हनुमते नम:
ये मंत्र अत्यंत ही लाभकारी माना जाता है. कहते हैं इस मंत्र के जाप से व्यक्ति को हर कष्ट और रोग से मुक्ति मिलती है.