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अलग विजन, क्रिएटिव आइडियाज से भरपूर हैं पीएम मोदी

अशोक रोड कार्यालय में पीछे की तरफ छोटे- छोटे कमरे थे जिसमें पार्टी संगठन से जुड़े लोग रहते थे. वहां हल्की दाढ़ी में और साफ़ धवल कपडे़ पहने एक व्यक्ति बैठे थे गोविन्द जी ने परिचय कराया ये हैं नरेंद्र मोदी

Updated on: 17 Sep 2021, 02:04 PM

नई दिल्ली:

बात 1998 की है जब मैं और एक अन्य पत्रकार मित्र भाजपा के तत्कालीन महासचिव गोविन्द जी ( के एन गोविंदाचार्य ) से मिलने भाजपा के 14 अशोक रोड स्थित कार्यालय पहुंचे.  गोविन्द जी हम जैसे परिषद् के कार्यकर्ताओं के लिए अभिभावक जैसे थे. काफी देर तक छात्र राजनीती और अन्य सम सामायिक विषयों पर बातचीत के बाद गोविन्द जी ने कहा चलो तुम्हे आज नरेंद्र मोदी से  मिलवाते है. अशोक रोड कार्यालय में पीछे की तरफ छोटे- छोटे कमरे थे जिसमें पार्टी संगठन से जुड़े लोग रहते थे. उन्हीं कमरों में से एक कमरे में गोविन्द जी हमें ले गए. वहां हल्की दाढ़ी में और साफ़ धवल कपडे़ पहने एक व्यक्ति बैठे थे गोविन्द जी ने परिचय कराया ये है नरेंद्र मोदी जी पार्टी के महासचिव (संगठन) है.  हम सबने नमस्कार किया और मोदी जी ने हमारा परिचय पूछा -परिचय के बाद बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ.  

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मोदी जी संघ और पार्टी से जुड़े अपने संस्मरण साझा करते रहे और हम दोनों जिज्ञासु पत्रकार उनकी बात को ध्यान से सुन रहे थे. उन्होंने संघ के प्रचारक के तौर पर पेश आयी चुनौतियों और रथ यात्रा से जुडी कई बातें साझा की.  उन्होंने ये बताया कि भाजपा के संगठन के तौर पर कैसे मजबूत हो रही है और पार्टी कैसे विस्तार कर रही है. उन्होंने यह बताया क़ि कैसे पार्टी  मध्य प्रदेश , राजस्थान , उत्तर प्रदेश के अलावा दक्षिण  में लगातार आगे बढ़ रही है. साथ में उन्होंने हमें कुशाभाऊ ठाकरे के भाजपा अध्यक्ष के कार्यकाल के उपलब्धियों की भी चर्चा की.  हमने उनसे संघ और भाजपा के संबंधों के बारे में भी बात कि जिसका उन्होंने बेबाकी से उत्तर दिया.  तत्कालीन में उस दौर में संघ और भाजपा के संबंधों में कथित खटास की ख़बरें चर्चा में थी खास तौर पर वाजपेयी जी और संघ के सरसंघचालक सुदर्शन जी के बीच अनबन की बातें भी सुर्ख़ियों में थी.

बातचीत का दौरान हमने देखा की मोदी कि लैपटॉप पर इंटरनेट के जरिये कुछ सर्च कर रहे हैं . उन्होंने  हमें बताया कि वो घंटों तक इंटरनेट पर जरूरी कंटेंट सर्च करते हैं.  इंटरनेट और आईटी को उन्होंने भविष्य का गेम चेंजर बताया और कहा कि उन्हें लिखने पढ़ने का काफी शौक है.  उनसे बातचीत के बाद हमने पाया की संघ के अन्य प्रचारकों की तरह वो नहीं हैं -उन्हें सलीके से अच्छे कपडे़ पहनने का शौक है वो इंटरनेट के बेहतर इस्तेमाल जानते है.  साथ ही वो अपने आप को चुस्त दुरुश्त रखते है.  जो उनको अन्य प्रचारकों से अलग करता है – उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन और छात्र राजनीकि में मुझे बहुत प्रचारको के साथ काम करने  मौका मिला , लेकिन नरेंद्र मोदी उन सबसे अलग दिखे.

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उनमें हमें एक भविष्य का एक ऐसा नेता दिखाई दिया जिसके पास एक अलग विज़न है, उनके पास नए क्रिएटिव आइडियाज है , वो हार्ड टास्क मास्टर हैं, अनुशासित जीवन जीते हैं साथ में उनसे बातचीत में हमें लगा की वो विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध है , उनका विज़न  साफ़ और स्पष्ट है. जब वो गुजरात के मुखयमंत्री बने -तब एक बार फिर   उनका इंटरव्यू करने का  मौका मिला.  कालांतर में वो राजनीती की सीढिया चढ़ते चढ़ते पिछले २ बार से वो विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधानमंत्री है . उन्हें जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !