हम अक्सर इंटरनेट पर सांप और नेवले की लड़ाई के वीडियो देखते हैं. इस लड़ाई में शक्तिशाली कहे जाने वाले कोबरा भी नेवले से मात खा जाता है. नेवला इस तरह से हमला करता है जो अपने आप में हैरान करने वाला होता है. ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये नेवला कैसे सांप को मार देता है? अगर नहीं तो हम आपको इस खबर में बताएंगे कि आखिर ऐसा क्यों होता है?
आखिर क्यों जीत जाते हैं नेवले?
सांप को हमेशा रहस्यमयी और खतरनाक माना जाता है. लेकिन जब उसकी भिड़ंत नेवले से होती है, तो ज़्यादातर मामलों में जीत नेवले की ही होती है. इसका कारण सिर्फ नेवले की ताकत नहीं, बल्कि उसकी रणनीति, फुर्ती और नेचर से मिले कुछ खास गुण हैं. बता दें कि नेवला बेहद तेज और फुर्तीला होता है. जब सांप अटैक करता है, तो नेवला बिजली की गति से पीछे हट जाता है. वह सांप की हर हरकत पर नजर रखता है और तभी वार करता है जब उसे पूरा भरोसा होता है कि उसका हमला सीधा सांप के सिर या गर्दन पर पड़ेगा.
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क्या नेवले पर जहर नहीं करता है असर?
नेवले की त्वचा में बाल मोटे और सघन होते हैं, जिससे सांप के दांत उसके शरीर में आसानी से नहीं घुस पाते हैं. यह उसे जहर के असर से बचाने में मदद करता है. वहीं, नेवले के शरीर में ‘ग्लाइकोप्रोटीन’ नामक एक स्पेशल प्रोटीन पाया जाता है, जो सांप के जहर को बेअसर करने में मदद करता है. हालांकि अगर जहर सीधे खून में चला जाए तो वह जानलेवा हो सकता है, लेकिन नेवला कई बार हल्का जहर झेल सकता है.
नेवले बनाते हैं रणनीति
नेवला सांप से सीधे नहीं भिड़ता. वह सांप को थकाता है, चक्कर लगवाता है, उसे भ्रम में डालता है, और जब सांप की ताकत कम होने लगती है तब एक ही वार में उसकी गर्दन दबोच लेता है. सांप भले ही जहरीला हो, लेकिन नेवले की फुर्ती, सहनशीलता और सही समय पर किया गया हमला उसे विजेता बनाता है. यही वजह है कि प्रकृति की इस लड़ाई में अक्सर जीत नेवले की होती है.
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